घर में विधि-विधान से तुलसी के पौधे को स्थापित कर करें पूजा, आएगी धन और समृद्धि
सनातन धर्म के ज्योतिष शास्त्र में तुलसी को बेहद पवित्र और पूजनीय पौधा माना जाता है. इस पौधे को घर स्थापित करने से धन धान्य की प्राप्ति होती हैं. मान्यता है कि प्रतिदिन सुबह शाम तुलसी के पौधे पर जल अर्पित करने और घी का दीप प्रज्वलित करने से धन धान्य की प्राप्ति होती है, और आर्थिक संकट समाप्त हो जाता है.
तुलसी के पौधे का सनातन धर्म में विशेष महत्व बताया गया है. इस पौधे में माता लक्ष्मी का वास होता है इसीलिए तुलसी का पौधा भगवान विष्णु को भी अति प्रिय है. तुलसी के पौधे को विधि विधान से घर में स्थापित करने और उसकी पूजा करने से कई तरह के आर्थिक और सामाजिक लाभ की प्राप्ति होती है. साथ ही, इस पौधे की पत्तियों का सेवन करने का भी विशेष महत्व बताया गया है. शास्त्रों में बताया गया है कि अगर कोई कीमती वस्तु गुम हो जाए या अटका हुआ धन ना मिले तो प्रत्येक गुरुवार के दिन नहाने के पानी में तुलसी की 10 पत्तियां और एक चुटकी हल्दी मिला कर स्नान करने से वस्तु मिल जाती है.
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे के विशेष महत्व का वर्णन विभिन्न शास्त्रों में किया गया है, इसीलिए किसी भी विशेष पूजा में भगवान को भोग लगाने के लिए बनाए गए प्रसाद में तुलसी के पत्तों को अवश्य डाला जाता है. शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि तुलसी के पौधे पर प्रतिदिन जल अर्पित करने और उसके समक्ष घी का दीप प्रज्वलित करने से घर में धन-धान्य में बढ़ोतरी होती है और दरिद्रता दूर हो जाती है.
वहीं, गुरुवार के दिन जल में गाय का दूध मिलकर तुलसी पर अर्पित करने से धन संकट और विपत्तियों से मुक्ति मिलती है, और सभी आर्थिक विपत्तियां समाप्त हो जाती है. उन्होंने बताया कि तुलसी के पौधे को घर में लगाते समय ईशान कोण पर लगाना चाहिए और इसके आस-पास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, इसके अलावा, तुलसी के पौधे को रविवार और द्वादशी के दिन स्पर्श नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से धन की हानि होती है.