मौसम विभाग ने बता दी मानसून की तारीख, सामान्य से अधिक वर्षा के आसार

मौसम विभाग ने बता दी मानसून की तारीख, सामान्य से अधिक वर्षा के आसार

मौसम विज्ञानी एसके पटेल ने बताया कि प्रदेश में पांच से सात दिनों के दौरान पूर्णिया के रास्ते प्रदेश में मानसून दस्तक देगा। 31 मई से मानसून बंगाल की खाड़ी इस्माइलपुर में ठिठका पड़ा है जैसे ही कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा या चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बनेगा वैसे मानसून आगे की ओर बढ़ेगा। ऐसे में 10-15 जून के दौरान मानसून का प्रभाव प्रदेश में देखने को मिलेगा।

देश में समय से पूर्व मानसून के सक्रिय होने से प्रदेश में सामान्य से अधिक वर्षा के आसार हैं प्रदेश में दो दशक बाद इस बार मानसून की वर्षा रिकॉर्ड तोड़ सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष ला-नीना के प्रभाव होने और अंडमान-निकोबार में समय से पूर्व मानसून के दस्तक देने के कारण प्रदेश में अच्छी वर्षा की संभावना है।

जैसे ही कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा या चक्रवातीय परिसंचरण का क्षेत्र बनेगा वैसे मानसून आगे की ओर बढ़ेगा. ऐसे में 10-15 जून के दौरान मानसून का प्रभाव प्रदेश में देखने को मिलेगा. प्रदेश में बीते दो वर्ष से मानसून की वर्षा सामान्य से लगभग 23 फीसद कम हुई है इस कारण सूबे के अधिक भाग सूखे की चपेट में रहे। मौसम विभाग के अनुसार, इस वर्ष मानसून सीजन के दौरान सामान्य से 61 फीसद अधिक वर्षा की संभावना है मानसून अवधि में 96-104 फीसद वर्षा सामान्य मानी जाती है प्रदेश में 992.2 मिमी वर्षा होने की संभावना है।

2006 में समय से पूर्व प्रदेश में मानसून ने प्रवेश किया था 2006 में छह जून को मानसून का प्रवेश में प्रदेश में हुआ था वहीं नौ अक्टूबर को मानसून वापस लौट गया था। इस दौरान प्रदेश में 913 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी। वहीं, 2018 में मानसून देर से आया था प्रदेश में 25 जून को मानसून प्रवेश किया था और पांच अक्टूबर को प्रस्थान किया था। इस दौरान प्रदेश में 771 मिमी वर्षा दर्ज की गई थी जो सामान्य से 25 फीसद कम रही थी 2020 से 2022 के दौरान मानसून 13 जून को प्रदेश में आया था 2022-23 में प्रदेश में सामान्य से कम वर्षा प्रदेश में दर्ज की गई थी।

Back to top button