आधे मप्र में गिरा मावठा, अगले तीन चार दिन ऐसा ही रहेगा मौसम; वैज्ञानिकों का अनुमान निकला सही, खेती को नुकशान नहीं
आधे मप्र में गिरा मावठा, अगले तीन चार दिन ऐसा ही रहेगा मौसम; वैज्ञानिकों का अनुमान निकला सही, खेती को नुकशान नहीं

भोपाल। मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान ब्लिकुल सही निकला और बीते चौबीस घ्ंटों से मावठा गिरा। बता दें कि यह सीजन का पहला मावठा गिर रहा है। रविवार की रात दो बजे से भोपाल, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा 3.32 इंच बारिश खरगोन जिले में हुई है।मिली जानकारी के अनुसार इंदौर में 2 इंच पानी गिरा है।
बताया जा रहा है कि आगामी 3-4 दिन मौसम ऐसा ही रहेगा। सोमवार को नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा समेत 8 जिलों में बारिश के साथ ओले भी गिर सकते हैं। वहीं, भोपाल, इंदौर, जबलपुर समेत 39 जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का अनुमान है।
रविवार को मालवा-निमाड़ के इंदौर, उज्जैन, मंदसौर, धार, नीमच और झाबुआ समेत कई जिलों में बारिश हुई, जबकि भोपाल समेत कई जगह बादल छाए रहे। इससे दिन में ठंडक बढ़ गई। प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में आकाशीय बिजली गिरने से दंपती समेत 4 लोगों की मौत हो गई। रविवार को रतलाम और उज्जैन सबसे ठंडे रहे। यहां तापमान में 5.4 डिग्री तक गिरावट दर्ज की गई।
इनका कहना है –
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि ईरान के आसपास पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव है। वहीं, चक्रवाती घेरा और ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। प्रदेश के बीचों-बीच में चक्रवाती हवाओं का घेरा है। पूर्वी-पश्चिमी हवाओं का ठहराव भी है। इसके चलते ही प्रदेश में बारिश, ओलावृष्टि और आंधी का दौर शुरू हो गया है, जो 30 नवंबर तक चलेगा।
मालवा में हो रही रिमझिम बारिश:
इंदौर में शाम 4 बजे के बाद कई इलाकों में गरज-चमक के साथ रिमझिम बारिश शुरू हो गई। इससे पहले सुबह कोहरा छाया रहा। जिसके चलते वाहन चालकों को लाइट ऑन करके गाड़ी चलानी पड़ी।
उज्जैन में करीब 25 मिनट तक हल्की बारिश: उज्जैन में सुबह से बादल छाए थे। शाम चार बजे हल्की बारिश शुरू हो गई। अचानक मौसम बदलने से ठंड बढ़ गई। करीब 25 मिनट तक बारिश ने शहर को भिगोया।