अनुकंपा नियुक्ति सहित अनेक मांगों को लेकर मप्र लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ बुलाई बैठक; बर्खास्त करने की कार्रवाई से उपजी है नाराजगी , कैसे थमेगी पर होगी चर्चा

अनुकंपा नियुक्ति सहित अनेक मांगों को लेकर मप्र लिपिक वर्गीय कर्मचारी संघ बुलाई बैठक; बर्खास्त करने की कार्रवाई से उपजी है नाराजगी , कैसे थमेगी पर होगी चर्चा

भोपाल। कर्मचारी हडताल न करें ऐसा नहीं हो सकता । उनकी मांगे भी जायज रहती हैं। इसी मंशा से एक बार फिर कर्मचारी संगठन सक्रिय हो गया है। जानकारी के अनुसार कंप्यूटर प्रवीणता प्रमाणन परीक्षा (सीपीसीटी) उत्तीर्ण नहीं करने वाले कर्मचारियों (अनुकंपा नियुक्ति) को बर्खास्त करने से नाराज कर्मचारी नए साल में आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। इसे लेकर मध्य प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने जनवरी में बैठक बुलाई है।

संघ के अध्यक्ष एमपी द्विवेदी ने बताया कि पिछली सरकार ने लिपिकों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया। यह स्थिति तब थी, जब मई से अक्टूबर 2023 तक 7 चरणों में आंदोलन किया गया। एक दशक में पहली बार प्रदेशभर में कलमबंद हड़ताल सफल रही। उन्होंने बताया कि लिपिकों की सबसे बड़ी मांग मंत्रालय सेवा के लिपिकों के समान समयमान वेतनमान है। तर्क भी है कि मंत्रालय सेवा के लिपिकों का सिर्फ मंत्रालय में तबादला होता है, जबकि अन्य विभागों में पदस्थ लिपिकों काे प्रदेश के किसी भी जिले में पदस्थ किया जाता है। इसलिए उन्हें अधिक आर्थिक जरूरत होती है।

उन्‍होंने कहा है कि सहायक ग्रेड-तीन के ग्रेड-पे को लेकर भी बड़ी मांग है। अभी इन्हें 1900 रुपये ग्रेड-पे दिया जा रहा है और हम 2400 रुपये की मांग कर रहे हैं। इन मांगों को लेकर संघ का आंदोलन निरंतर जारी रहेगा और इसीलिए जनवरी में बैठक बुलाई गई है। उसमें रणनीति तैयार की जाएगी।

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