राजधानी में साहित्योत्सव में जमेगा रंग 8 और 9 को देशभर से जुटेंगे साहित्यप्रेमी, शब्द से लेकर सुरों की साधना दिखेगी
राजधानी में साहित्योत्सव में जमेगा रंग 8 और 9 को देशभर से जुटेंगे साहित्यप्रेमी, शब्द से लेकर सुरों की साधना दिखेगी
भोपाल। राजधानी भोपाल में दो दिवसीय जश्न-ए-अदब साहित्योत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जो कल से 8 और 9 अक्टूबर को होगा। यह कार्यक्रम जनजातीय संग्रहालय में होगा। इस जलसे में देश के जाने माने कवि और साहित्यकार कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुतियां देंगे। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के प्रधान मुख्य आयकर आयुक्त मोहनीश वर्मा, साहित्योत्सव के अध्यक्ष प्रो.अशोक चक्रधर, रिटायर्ड सेवानिवृत्त नवनीत सोनी सहित संस्थापक जश्न-ए-अदब कुँवर रंजीत चौहान कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।
देशभर में नंबर एक पर है यह आयोजन –
जश्न-ए-अदब साहित्योत्सव कल्चरल कारवां विरासत 2023 देश के सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़े सांस्कृतिक कार्यक्रमों में से एक है। प्रसिद्ध कवि पद्मश्री प्रोफेसर अशोक चक्रधर, ओडिसी नृत्यांगना पद्मश्री डॉ. रंजना गौहर, कवि और स्टैंड-अप कॉमेडी के पितामह पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, प्रसिद्ध गायक जोड़ी पद्मश्री उस्ताद अहमद हुसैन, पद्मश्री उस्ताद मोहम्मद हुसैन ,गायक पद्मश्री डॉ. भारती बंधु, ऊर्दू शायर फरहत एहसास, कवि मदन मोहन दानिश, जयपुर के प्रसिद्ध कव्वाल साबरी ब्रदर्स, फैसल मलिक, भोपाल के सुप्रसिद्ध सूफी गायक राजीव सिंह, लोकप्रिय ओटीटी श्रृंखला ‘पंचायत’ के कलाकार समेत हिंदी और उर्दू जगत के कलाकार दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में होंगे शामिल।
‘राजभाषा हिंदी का सामाजिक और सरकारी महत्व’ विषय पर होगी चर्चा
साहित्योत्सव के पहले दिन 8 अक्टूबर के सत्र में राजभाषा माह के अवसर पर ‘राजभाषा हिंदी का सामाजिक और सरकारी महत्व’ विषय पर एक पैनल चर्चा होगी, जिसमें पद्मश्री प्रो.अशोक चक्रधर और पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा, कुंवर रंजीत चौहान (कवि और संस्थापक, जश्न-ए-अदब साहित्योत्सव) के साथ बातचीत करेंगे।
सूफियाना गायकी बधेगी समां –
साहित्योत्सव के दूसरे दिन 9 अक्टूबर को सत्र का शुभारंभ भोपाल के सूफी गायन से होगा इसमें सुप्रसिद्ध सूफी गायक राजीव सिंह अपने साथियों के साथ नज़ीर अकबराबादी, मीरा, बुल्लेशाह, अमीर खुसरो आदि के शबद, ग़ज़ल ,दोहे, भजन सूफियाना अंदाज़ में प्रस्तुत करेंगे। कार्यक्रम का समापन पद्मश्री भारती बंधु और समूह के मधुर कबीर गायन से होगा। कार्यक्रम रोजाना दोपहर 3 बजे से शुरु होगा,कार्यक्रम में प्रवेश निशुल्क है।