इंसानों में पहले ब्रेन चिप प्रत्यारोपण की घोषणा

इंसानों में पहले ब्रेन चिप प्रत्यारोपण की घोषणा

कैलिफोर्निया। एलोन मस्क के न्यूरालिंक ने अपने मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस को मानव में सफलतापूर्वक प्रत्यारोपित कर दिया है। यह प्रोसेस कंपनी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम ​साबित होगा। इस क्लिनिकल ट्रायल का मकसद पक्षाघात से पीड़ित व्यक्तियों को अपने विचारों के माध्यम से उपकरणों को नियंत्रित करने में सक्षम बनाना है।

इसको लेकर महत्वपूर्ण बात यह है कि यह अपनी तरह का पहला मानव प्रत्यारोपण है। क्लिनिकल परीक्षण 22 वर्ष और उससे अधिक आयु के क्वाड्रिप्लेजिया और एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (एएलएस) वाले रोगियों पर केंद्रित है। यह सफलता गंभीर गति संबंधी विकलांगता वाले लोगों के लिए उम्मीद की एक किरण हो सकती है।

न्यूरालिंक की तकनीक का उद्देश्य व्यक्तियों को अपने विचारों का उपयोग करके उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए सशक्त बनाना है, जो संभावित रूप से पक्षाघात से पीड़ित लोगों के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। एलोन मस्क ने आज दोपहर एक्स पर घोषणा की कि पहले मानव को उनकी न्यूरालिंक कंपनी से मस्तिष्क प्रत्यारोपण मिला है। माना जाता है कि यह प्रक्रिया रविवार को हुई थी।

मस्क ने अपने पोस्ट में कहा कि शुरुआती परिणाम आशाजनक न्यूरल स्पाइक डिटेक्शन दिखाते हैं। पिछले साल FDA ने कंपनी को अपनी न्यूरल-चिप तकनीक के लिए मानव परीक्षण शुरू करने की मंजूरी प्रदान की थी। इसके बाद सितंबर 2023 में न्यूरालिंक ने घोषणा की कि वह अपने प्रत्यारोपण के पहले मानव नैदानिक परीक्षणों के लिए भर्ती शुरू कर रहा है।

22 वर्ष से अधिक आयु के क्वाड्रिप्लेजिया और एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (एएलएस) से पीड़ित रोगी चल रहे परीक्षणों में भाग लेने के पात्र हैं। परीक्षण की देखरेख एक स्वतंत्र संस्थागत समीक्षा बोर्ड की ओर से की जा रही है। रिसर्च का लक्ष्य उन लोगों के लिए अपने वायरलेस मस्तिष्क-कंप्यूटर इंटरफेस की कार्यक्षमता का आकलन करना है जो अपने विचारों के साथ उपकरणों को नियंत्रित करने के लिए चलने-फिरने में असमर्थ हैं या सभी चार अंगों के पक्षाघात से पीड़ित हैं।

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