मप्र में एक बार फिर 150 सीटों के साथ बनेगी भाजपा सरकार- शाह
मप्र में एक बार फिर 150 सीटों के साथ बनेगी भाजपा सरकार- शाह
कमलनाथ को करप्शन नाथ, दिग्विजय सिंह को बंटाढार कहा
भोपाल। मप्र में कोने कोने से निकल रही जन आशीर्वाद यात्रा ने आम आदमी को काफी उत्साहित किया है। इससे लोागों में भाजपा के प्रति और बेहतर धारणा बन रही है। इसी भावना के साथ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंडला में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी दिखाई। यहां आयोजित एक बडी जनसभा में उन्होंने मप्र में एक बार फिर भाजपा की सरकार बनाने की बात कही।श्री शाह का कहना था कि मप्र में एक बार फिर 150 सीटों के साथ भाजपा सरकार बनाएगी। कांग्रेस के दो दिग्गजों पर श्री शाह ने ताना भी मारा और कहा कि प्रदेश में बंटाढार दिग्विजय जी, करप्शन नाथ कमलनाथ जी आप सुन लो, जब यात्रा पूरी होगी तब हमारी यानि कि भाजपा की सरकार प्रचंड बहुमत से बनेगी।यह भी याद रखिए कि प्रदेश की जनता आप दोनों की जोडी को बखूबी पहचानती है। वह आप लोगों पर कभी भरोसा नहीं करती ।
इसके साथ ही अमित शाह ने आदिवासी जननायकों और नर्मदा को प्रणाम किया। बोले- मेरे हृदय के करीब रहने वाले आदिवासी भाई-बहनों को नमस्कार। मां नर्मदा को प्रणाम। जिस प्रदेश से मैं आता हूं, वहां नर्मदा न पहुंचे तो हम गुजरात वाले कैसे जी सकते, इसकी कल्पना भी नहीं कर सकते। गोंड राज्य की देवी रानी दुर्गावती को भी प्रणाम। रघुनाथ शाह और शंकर शाह को भी प्रणाम। इनका बलिदान पूरे देश के लिए प्रेरणा का श्रोत है।
केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा- मंडला को पूर्ण फंक्शनल साक्षर जिला घोषित किया गया है। मप्र को बीमारू राज्य बनाकर मिस्टर बंटाढार छोड़कर गए थे। भ्रष्टाचार, लूट-खसोट, बिना बिजली गरीबों का घर, बिना सिंचाई की खेती छोड़कर गए थे। भाजपा के मुख्यमंत्रियों ने इसे बेमिसाल बनाकर आगे बढ़ाने का काम किया। मप्र ने पेसा कानून को जमीन पर उतारने का काम किया है। मैं आया था आदिवासी सम्मेलन में शिवराज ने धड़ाधड़ घोषणाएं कर दीं। मैंने पूछा ये पूरी हुई या नहीं तो उन्होंने बताया सभी पूरी कर दी।
मनमोहन सरकार के कार्यकाल पर हमला बोला –
श्री शाह ने केंद्र में पूर्व्र की मनमोहन सरकार पर भी राजनीतिक हमला बोला और कहा कि कमलनाथ और बंटाढार की केंद्र में सरकार थी। मनमोहन सिंह पीएम थे, उन्होंने कहा- देश की तिजोरी पर सबसे पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है। सबने विरोध किया, मगर वो नहीं माने। अल्पसंख्यक तुष्टीकरण में सरकार डूबी रही। अंतत: 2014 में मोदीजी की सरकार आई। मोदीजी ने सांसदों को भाषण दिया और कहा- मेरी सरकार आदिवासी, पिछड़ों, दलित और गरीबों की सरकार है। आपको चयन करना है दो विचारधाराओं के बीच। एक ओर कांग्रेसियों के लिए देश के खजाने पर अल्पसंख्यकों का अधिकार हैं और मोदीजी कहते हैं गरीबों का अधिकार है। 2014 में मोदी जी बोले। मैं 2023 में आपके सामने आया हूं। इन 9 सालों में मोदीजी ने ढेर सारे बदलाव किए हैं।