नशा नाश की जड़ है, बच्चों को हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए; मध्य निषेध सप्ताह का आयोजन जिले के विद्यालयों, महाविद्यालय में किया गया
नशा नाश की जड़ है, बच्चों को हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए; मध्य निषेध सप्ताह का आयोजन जिले के विद्यालयों, महाविद्यालय में किया गया

सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग मध्यप्रदेश भोपाल के निर्देशानुसार नशा मुक्ति भारत अभियान के अंतर्गत 26 जनवरी से 9 फरवरी 2024 तक मध्य निषेध सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन मुरैना जिले के विभिन्न विद्यालयों, महाविद्यालय में किया गया।
शासकीय सर्वोदय हाईस्कूल मुरैना, अग्रणी कन्या महाविद्यालय, शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल, शासकीय पीजी कॉलेज, शासकीय आईटीआई बानमौर, अहिंसा जिला नशा मुक्ति केंद्र बानमौर में नशा मुक्ति कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग द्वारा आयोजित किए गए अभियान के अंतर्गत गत दिवस गांधी जी की पुण्यतिथि पर नशा मुक्ति कार्यक्रम शासकीय मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल मुरैना में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं उपसंचालक सामाजिक न्याय श्री आरके गोस्वामी उपस्थित थे।
कार्यक्रम के अंतर्गत विद्यालय के छात्राओं द्वारा रंगोली एवं भाषण प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें बच्चों को पुरस्कार एवं स्वल्पहार वितरण किया। कार्यक्रम में श्री आरके गोस्वामी ने कहा कि नशा नाश की जड़ है, बच्चों को हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए। अपने पालको को भी इससे दूर रहने की सलाह देना चाहिए। अपने आसपास पड़ोस में भी नशे से दूर रहना चाहिए।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री परमार ने भी नशा न करने की सलाह दी। सामाजिक न्याय विभाग के कलापथक दल तथा अशोक शाक्य एवं दिनेश कंषाना भी उपस्थित रहे। नशा मुक्ति पखवाड़े का समापन कार्यक्रम सामाजिक न्याय विभाग मुरैना द्वारा शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मुरैना में किया गया। नोडल अधिकारी डॉक्टर दिलीप कटारे ने नशा एवं युवा विषय पर रोचक व्याख्यान देते हुए कहा कि नशा बुरी आदत है।
यह गलत संगत से धीरे-धीरे पनपत्ति है। युवा नशे से दूर रहे। इस अवसर पर महाविद्यालय प्रांगण में नशा मुक्ति प्रेरक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में डॉक्टर गहलोत ने भव्य स्तर पर नशा मुक्ति कार्यक्रम की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में शैलेंद्र चौधरी ने नशा एवं आत्महत्या जैसे गंभीर विषय पर व्याख्यान दिया।
डॉक्टर अलका ने नशे से दूर रहने के उपाय बताएं। डॉक्टर प्रसाद, डॉक्टर संगीता तोमर, डॉक्टर प्रताप शाक्य, डॉक्टर प्रदीप सिकरवार, स्वयं सेवक जितेंद्र राजोरिया, गिर्राज पलिया, सुषमा बाजोरिया, हैप्पी, पंकज, एवं एनसीसी एनएसएस के स्वयं सेवकों द्वारा सहयोग प्रदान किया गया।