टीम इंडिया के बोल्ड टेम्पलेट को एसिड टेस्ट का सामना करना पड़ा
नई दिल्ली। 2019 वनडे विश्व कप में इंग्लैंड से हार के बाद भारत की क्रिकेट टीम ने हाल के वर्षों में अधिक आक्रामक बल्लेबाजी शैली अपनाई है। कप्तान रोहित शर्मा के नेतृत्व में टीम ने बाउंड्री-हिट को प्राथमिकता दी है और इस कैलेंडर वर्ष में आठ बार 350 से अधिक का स्कोर बनाया है। एबी डिविलियर्स के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए शर्मा ने खुद 60 छक्के लगाकर अहम योगदान दिया है। दृष्टिकोण में इस बदलाव का टीम पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। शुबमन गिल और विराट कोहली जैसे अन्य खिलाड़ियों ने भी अधिक उद्यमशील शैली अपनाई है। इंग्लैंड को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 2015 के पुरुष एकदिवसीय विश्व कप से बांग्लादेश द्वारा बाहर कर दिया गया था जब वे 275 का पीछा करने में विफल रहे थे। इसके बाद कप्तान इयोन मोर्गन और ईसीबी निदेशक एंड्रयू स्ट्रॉस ने सफेद गेंद को फिर से शुरू किया, जहां आक्रामक बल्लेबाजी को प्राथमिकता दी गई और 350 से अधिक का स्कोर एक आदर्श बन गया।