12 घंटे में दर्जनभर मशीनों से गिनने पड़े 35 करोड़ रुपये
12 घंटे में दर्जनभर मशीनों से गिनने पड़े 35 करोड़ रुपये
सोमवार को रांची में लोकसभा चुनाव के पहले ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े आधा दर्जन ठिकानों पर छापेमारी करीब 35 करोड़ रुपये नकदी बरामद किए। ये छापेमारी में मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव दो इंजीनियर व ठेकेदार मुन्ना सिंह के आवास पर की गई। रुपयों की बरामदगी के बाद आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल बार-बार बेहोश होते रहे।
रांची में लोकसभा चुनाव के पूर्व ईडी ने सोमवार को ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से जुड़े आधा दर्जन ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की है। इस छापेमारी में ईडी को अलग-अलग ठिकानों से करीब 35 करोड़ रुपये नकदी मिले हैं। यह छापेमारी मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल, दो इंजीनियर कुलदीप मिंज व विकास कुमार तथा ठेकेदार मुन्ना सिंह के आवास पर हुई है. इसमें सर्वाधिक 25 करोड़ रुपये से अधिक नकदी मंत्री के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के हरमू रोड में सर सैयद रेसिडेंसी के ब्लॉक बी में फ्लैट नंबर 1ए से मिले हैं।
देर रात तक दर्जनों मशीनों से इन रुपयों की गिनती की जाती रही। इस छापेमारी में ईडी को सभी संबंधित ठिकानों से भारी मात्रा में दस्तावेज मिले हैं, जिनमें डिजिटल उपकरण भी शामिल हैं। ईडी ने यह कार्रवाई ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में की है।
वीरेंद्र राम को टेंडर घोटाले में गत वर्ष ईडी ने 23 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किया था। उसके बाद से ही वह जेल में बंद हैं। ईडी ने वीरेंद्र राम के विरुद्ध छानबीन में यह खुलासा किया था कि उन्होंने टेंडर कमीशन के माध्यम से करीब सवा सौ करोड़ की संपत्ति अर्जित की है।
ईडी ने उसके बाद एक-एक वीरेंद्र राम के पांच अन्य सहयोगियों को भी दबोचा था। उसी मामले में ईडी ने यह छापेमारी की है। मंत्री आलमगीर आलम ग्रामीण विकास विभाग के ही विभागीय मंत्री हैं।