सीएमसीएलडीपी छात्र-छात्राओं को महिला एवं बाल विकास विभाग जौरा एवं एन.आर.एल.एम. में शैक्षणिक भ्रमण कराया
सीएमसीएलडीपी छात्र-छात्राओं को महिला एवं बाल विकास विभाग जौरा एवं एन.आर.एल.एम. में शैक्षणिक भ्रमण कराया
मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद जौरा के ब्लॉक समन्वयक श्री बी.डी. शर्मा के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री सामुदायिक नेतृत्व क्षमता विकास कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित बीएसडब्ल्यू एवं एमएसडब्ल्यू के छात्र-छात्राओं को महिला एवं बाल विकास विभाग जौरा एवं एन.आर.एल.एम. में शैक्षणिक भ्रमण कराया।
जिसमें मुख्य रूप से परियोजना अधिकारी सरिता चतुर्वेदी, महिला सुपरवाइजर आरती राजपूत, पुष्पा शर्मा, विकासखंड प्रबंधक द्वारिका प्रसाद धाकड़, सहायक विकासखंड प्रबंधक रोशन सिंह, बीसी एफआई अर्चना सिंह, रवि शर्मा, ग्राम अलापुर जनपद सदस्य मुवीन खान, नवांकुर संस्था के प्रतिनिधि श्री अलकेश राठौर, परामर्शदाता श्री प्रशांत शर्मा, श्रीमती जया बागड़े, श्री विनोद शर्मा, श्री कुमार शर्मा, शिवानी शर्मा, समूह संचालन अर्चना जाटव, अरविंद सिंह तोमर, रिंकू प्रजापति सहित सीएमसीएलडीपी छात्र-छात्राएं उपस्थित थीं।
शैक्षणिक भ्रमण के दौरान परियोजना अधिकारी सरिता चतुर्वेदी ने महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति, शिक्षा, घरेलू हिंसा एवं महिलाओं के लिए वन स्टॉप सेंटर की संपूर्ण जानकारी दी। सुपरवाइजर आरती राजपूत ने लाड़ली लक्ष्मी, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना, बाल आशीर्वाद और उषा किरण आदि योजनाओं की संपूर्ण जानकारी दी।
महिला सुपरवाइजर पुष्पा शर्मा ने बताया कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना है और इसके साथ-साथ समाज में विभिन्न प्रकार की कुरीतियों को समाप्त करने में अपना सहयोग प्रदान करना है एवं महिला संबंधित विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की।
द्वारिका प्रसाद धाकड़ ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुये कहा कि स्व-सहायता समूह के रूप में जोड़ा जाता है और उन्हें रोजगार एवं स्व-रोजगार से जोड़ा जाता है, जिससे उन महिलाओं को आजीविका चलने हेतु किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। रूरल लाइवलीहुड मिशन को अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जानते हैं।
सहायक विकासखंड प्रबंधक रोशन बमनेला ने एनआरएलएम की संपूर्ण जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ग्रामीण गरीबी की चुनौती को दूर करने के लिए, ग्रामीण विकास मंत्रालय ने वर्ष 2010 में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) के रूप में नामित एक मिशन मोड योजना की कल्पना की। एनआरएलएम का नाम बदलकर डे-एनआरएलएम (दीनदयाल अंत्योदय योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन) रखा गया है।