देश का एकमात्र गौशाला विवाह स्थल, वैदिक रीति से होगी शादी, बैलगाड़ी में होगी विदाई
ग्वालियर: समय के साथ शादी समारोहों को अलग अंदाज में करने का चलन बढ़ गया है। लोग दूसरे राज्यों और देश-दुनिया में डेस्टिनेशन वेडिंग ढूंढते हैं और खूब पैसा खर्च करते हैं, लेकिन मध्य प्रदेश के ग्वालियर में एक अनोखा वेडिंग डेस्टिनेशन इन दिनों चर्चा में है। दरअसल, अब मध्य प्रदेश की सबसे बड़ी आदर्श गौशाला में भी शादियां होंगी। 22 जनवरी को पहली शादी के साथ ही यह देश की पहली ऐसी गौशाला होगी जहां डेस्टिनेशन वेडिंग हो रही है। अपने आप में अनूठी यह पहल न सिर्फ लोगों को संस्कृति और प्रकृति से जोड़ेगी, बल्कि पशुओं के प्रति प्रेम की भावना भी बढ़ाएगी।
प्रकृति और संस्कृति से होंगी शादियां
प्रकृति और संस्कृति दोनों के बीच जुड़ाव को दर्शाने वाली आदर्श गौशाला का परिसर आम लोगों के लिए खोला जा रहा है। गौशाला में जिस स्थान पर शादी समारोह होगा, उसे भी सांस्कृतिक और पारंपरिक भारतीय लुक दिया जा रहा है। बैठने के लिए घास की सीट और विदाई के लिए बैलगाड़ी होगी। लोगों को भारतीय परंपरा के अनुसार शादी में सात्विक भोजन मिलेगा। हालाँकि, शादी के आयोजकों को भोजन का खर्च वहन करना होगा।
इको-फ्रेंडली होंगी शादियां, जमीन पर बैठकर परोसी जाएगी दावतें
जब डेस्टिनेशन वेडिंग की बात आती है तो आयोजन स्थल भी ऐसा दिखना चाहिए कि लोग उसे देखते ही रह जाएं। तो आपको बता दें कि गौशाला को भी आकर्षक बनाने की तैयारी है। गौशाला प्रबंधन ने बताया कि अब यहां होने वाली शादियों में भारतीय परंपरा के अनुसार जमीन और स्टूल पर बैठकर खाना परोसा जाएगा। पूरा खाना सात्विक होगा जो गौशाला में ही उगाई गई जैविक सब्जियों से बनेगा। शादी के लिए मंडप तैयार किया जा रहा है। इतना ही नहीं यहां सूखी घास के प्राकृतिक सोफे तैयार किए जा रहे हैं, इसके साथ ही प्राकृतिक संसाधनों से झोपड़ीनुमा छतरियां तैयार की जा रही हैं। इसी परिसर में झोपड़ी भी बनाई जाएंगी, जिसमें मेहमानों के रुकने की व्यवस्था होगी।
जितने मेहमान, गायों के लिए उतने भंडारे
आदर्श गौशाला में होने वाली शादियों में न तो कोई बिल देना होगा और न ही गार्डन बुक करना होगा, बस एक छोटी सी शर्त है जो पूरी करनी होगी। शर्त यह है कि शादी का आयोजन करने वाले परिवारों को भंडारा आयोजित करना अनिवार्य होगा और यह भंडारा इंसानों के लिए नहीं बल्कि यहां रहने वाली गायों के लिए होगा। आदर्श गौशाला का संचालन कर रही संत समिति कृष्णायन गौ सेवा समिति के संत ऋषभदेव आनंद महाराज कहते हैं, "अब आदर्श गौशाला के भागवत मैदान में शादियां कराई जाएंगी, जिसके लिए लोगों को गायों के लिए भंडारा आयोजित करना होगा, जिसमें गायों के लिए चारा, हरी घास, दलिया, गुड़ आदि खाद्य सामग्री उपलब्ध करानी होगी और यह विवाह समारोह आयोजित करने वाले परिवारों की आस्था और क्षमता पर निर्भर करता है। लेकिन यह भंडारा उतनी ही गायों के लिए होगा जितने लोगों को वे अपने विवाह समारोह में भोजन कराने जा रहे हैं।"