गुरु बख्श की तलैया में 250 साल पहले बना मंदिर में स्थापित हुई मूर्ति; मंदिर में आयी है अवध की चरण रज ,अभीजित मुहूर्त में हुई स्थापित
गुरु बख्श की तलैया में 250 साल पहले बना मंदिर में स्थापित हुई मूर्ति; मंदिर में आयी है अवध की चरण रज ,अभीजित मुहूर्त में हुई स्थापित
भोपाल! राजधानी में हमीदिया रोड स्थित गुरु बख्श की तलैया राम मंदिर सबसे प्राचीन है, जो 250 वर्ष पुराना है। प्राचीन होने से इसका महत्व तो है ही लेकिन, आज यहां होने वाले आयोजन से यह और खास हो जाएगा। शहर के पर्यावरण वैज्ञानिक डॉ. योगेंद्र कुमार सक्सेना श्री राम जन्म भूमि गर्भ स्थल की मिट्टी (रज) लेकर आए हैं। यह मिट्टी सोमवार को प्राण-प्रतिष्ठा के अभिजीत मुहूर्त में यहां स्थापित की गई।
2006 में आई थीं नई प्रतिमाएं
नागर शैली का यह मंदिर 250 साल पुराना है। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष पं. ओम मेहता बताते हैं कि यहां पहले मंदिर छोटा था। महंत रामदास गुरु के चेले चेतनदास महाराज को सन 1845 में सुल्तान बेगम ने जमीन दान की थी। तब यहां विस्तार हुआ।
तलैया होने से इसका नाम गुरु बख्श की तलैया हो गया। वर्ष 2006 में दैनिक भास्कर समूह के चेयरमैन रहे स्व. रमेशचंद्र अग्रवाल के सौजन्य से यहां जयपुर से मंगाई गई राम, लक्ष्मण, जानकी व हनुमान जी की नई प्रतिमाएं स्थापित की।
तिरुवल्ला राम मंदिर गूजरपुरा
नवाबी दौर में बना, जब मंदिरों के शिखर बनाने पर रोक थी… पं. किशनलाल शर्मा ने बताया कि यह मंदिर तत्कालीन नवाब के यहां दीवान रहे तिरुवल्ला सक्सेना ने बनवाया था। उन्होंने वर्ष 1860 में नवाब से मंदिर निर्माण के साथ शिखर बनाने की अनुमति भी ली थी।
नवाबी शासन काल में मंदिरों पर शिखर बनाने पर रोक थी। यह उस दौर का पहला ऐसा मंदिर है, जिस पर उस दौर में सबसे पहले शिखर बना। यहां भगवान राम की शालीगराम रूप मे श्याम वर्ण प्रतिमा है।