संघ समर्थित 2 दो मंत्रियों के टिकिट होल्ड पर होना चर्चाओं में छाया है
संघ समर्थित 2 दो मंत्रियों के टिकिट होल्ड पर होना चर्चाओं में छाया है
भोपाल। इस बार के चुनाव में भाजपा लगातार उम्मीदवारों की सूची जारी करके एक ओर जहां आम जनता को चौंका दिया है वहीं दूसरी ओर विरोधी दल को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है। भाजपा ने साफ तौर पर जता दिया है कि वो तैयारी में सभी दलों से काफी आगे चल रही है। इन तमाम प्रयासों के बावजूद भी मालवा क्षेत्र के अपने ही दल के दो मंत्रियों के टिकिट जारी ने कर चर्चाओं को बल भी भाजपा ने दिया है। क्या है रणनीति यह तो आने वाला समय ही बतायेगा लेकिन उषा ठाकुर और इंदर सिंह परमार को टिकिट घोषित नहीं होना सियासी गलियारों में चर्चा का वि षय बन गया है। हालांकि जानकारों का कहना है कि यह सब कुछ तय रणनीति का हिस्सा है। इसके साथ मालवा के ही 18 विधायकों के टिकट होल्ड पर रखे हैं। माना जा रहा है कि आगामी सूची में इन विधायकों की सीट बदली जाएगी या टिकट काट दिए जाएंगे, यह तय है। एक विकल्प यह भी है कि वर्तमान विधायक पर ही पुनर्विचार हो सकता है। जिन दो मंत्रियों के टिकट होल्ड पर हैं, वो दोनों आरएसएस समर्थित बताए जाते हैं।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, कुछ मीडिया हाउस ने अपने ओपनियन पोल में मालवा-निमाड़ में भाजपा को मजबूत दिखाया है। यही वजह है कि चंबल में पिछड़ने की खबरों के बाद भाजपा ने पूरी रणनीति को चार भागों में बांट रखा है। इसी हिसाब से टिकट जारी किए जा रहे हैं। मालवा-निमाड़ में कुल 66 सीटें हैं, इनमें अधिकतर पर नाम घोषित कर दिए गए हैं।
वो सीटें, जहां टिकट काटना, बदलना या वर्तमान विधायक पर पुनर्विचार करना है : अगली सूची टिकट काटने और सीट बदलने वाली होगी। इसी सूची में मध्य प्रदेश के मालवा-निमाड़ से दो मंत्रियों और 16 विधायकों का भविष्य तय होगा। सबसे ज्यादा नजरें महू, इंदौर-3, इंदौर-5, उज्जैन, कालापीपल, धार पर हैं जहां कुछ भी संभव हो सकता है। संघ समर्थित मंत्रियों के टिकट रोके गए हैं जबकि सिंधिया समर्थक तुलसी सिलावट, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव को टिकट दिया जा चुका है।