भूतभावन भगवान महाकाल ने किया तिल के उबटन से स्नान; भक्‍तों की लगी शिप्रा में आस्‍था की डुबकी , राजा के रूप में देंगे दर्शन

भूतभावन भगवान महाकाल ने किया तिल के उबटन से स्नान; भक्‍तों की लगी शिप्रा में आस्‍था की डुबकी , राजा के रूप में देंगे दर्शन

भोपाल। मकर संक्रांति के अवसर पर उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर में महाकाल को तिल से बना उबटन लगाकर गर्म जल से स्नान कराया गया। स्नान-ध्यान के बाद भगवान का भांग, सूखे मेवे से शृंगार कर नए वस्त्र और आभूषण धारण कराए।

तिली से बने पकवानों का भोग लगाकर आरती हुई। सोमवार तड़के 3 बजे पौष मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के पश्चात सूर्य का धनु राशि को छोड़कर मकर राशि में प्रवेश हुआ, इसलिए मकर संक्रांति का पर्व पूरे देश में धूमधाम के साथ आज मनाया जा रहा है।

संक्रांति पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु शिप्रा नदी में स्नान किया । यह नजारा नर्मदापुरम, जबलपुर में भी नर्मदा के घाटों पर बडी संख्‍या में देखने को मिल रहा है।परंपरा के अनुसार लोग खुद ब खुद दान पुण्य कर रहे हैं।

सीएम डॉ. यादव ने श्रीराम मंदिर अयोध्या के लिए बनाए लड्डू
अयोध्‍या में होने जा रही भगवान की प्राणप्रतिष्‍ठा से पूर्व पूरे देश में इन दिनों राम मय दिख्‍ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने महाकालेश्वर प्रबंध समिति की चिंतामन स्थित लड्डू प्रसाद निर्माण इकाई पहुँचकर अयोध्या के लिए बन रहे लड्डूओं की निर्माण प्रक्रिया का अवलोकन किया। इतना ही नहीं स्‍वयम मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने लड्डू बनाए और उनकी पैकिंग भी की तथा लड्डू बना रहे कारीगरों से बातचीत किया।

बता दें कि अयोध्या में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा 5 लाख लड्डू प्रसाद स्वरूप अयोध्या भेजे जा रहे हैं, इनमें से दोपहर तक लगभग 4 लाख लड्डू बन चुके थे। शेष एक लाख लड्डू बनाने का कार्य खूब भक्तिभाव के माहौल में निरंतर जारी है।

प्रबंध समिति ने जानकारी दी कि लड्डू प्रसाद बेसन, रवा, शुद्ध घी और सूखे मेवों से बनाया जा रहा है। लड्डू प्रसाद निर्माण के लिए अतिरिक्त कारीगरों व कर्मचारियों को भी लगाया गया है। मिली जानकारी के अनुसार लड्डूओं को पैकेट में पैक कर अयोध्या भेजा जाएगा, एक लड्डू का वजन लगभग 50 ग्राम है।

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