मत का दान कराने 64,523 पोलिंग बूथ पर दल हो चुके रवाना, आयोग के निर्देश पर जीपीएस से हर वाहन की निगरानी
मत का दान कराने 64,523 पोलिंग बूथ पर दल हो चुके रवाना, आयोग के निर्देश पर जीपीएस से हर वाहन की निगरानी
भोपाल। अबकी बार चुनाव अायोग पहले से भी ज्यादा सतर्क और कडक है। किसी भी कीमत पर चुनाव के इस महायक्ज्ञ में किसी प्रकार की बाधा नहीं होनी चाहिए इसलिए आयोग ने सभी प्रकार की सुरक्षा तैयारी पुख्ता कर ली है। बता दें कि कि कल यानि कि 17 नवंबर को मतदान हेाना है। इसके लिए मतदान दल 64,523 पोलिंग बूथों के लिए रवाना हो चुके हैं। सभी को जिलों से मतदान सामग्री का वितरण भी किया जा चुका है। मतदान दलों के वाहनों को ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम से कनेक्ट किया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय हर जिले की पोलिंग पार्टियों के मूवमेंट पर नजर रखेगा। आयोग की व्यवस्था अनुसार कल 17 नवंबर शुक्रवार को सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू होगी ।
संवेदनशील जगहों के लिए खास निगरानी दल –
निर्वाचन आयोग ने संवेदनशील मतदान केंद्रों के लिए गोंदिया में एक हेलिकॉप्टर और एयर एंबुलेंस खड़ी कर रखी है। मतदान के दौरान किसी प्रकार की कोई हिंसात्मक गतिविधि होती है तो घायल को तत्काल प्रभाव से चिकित्सा के लिए एयरलिफ्ट किया जाएगा।
मुख्यालय में निगरानी टीम तैनात –
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में टीम तैनात की गई है, जो हर जिले से मतदान दलों के रवाना होने की रिपोर्ट लेगी। सीईओ अनुपम राजन ने बताया कि मतदान केंद्रों में जरूरी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं। 38 हजार से अधिक मतदान केंद्रों की सीसीटीवी और वेब कास्टिंग से निगरानी की जाएगी।
जीपीएस से हर वाहन की लोकेशन मिलती रहेगी। माइक्रो ऑब्जर्वर, पीठासीन व सेक्टर अधिकारियों की टीमों को अलर्ट रहने और चुनाव के दौरान संदिग्ध गतिविधियों से दूर रहने के लिए कहा गया है। चुनाव आयोग ने प्रदेश में मोबाइल, कम्प्यूटर और अन्य संसाधनों से किए जाने वाले बल्क एसएमएस को बैन कर दिया है। इसके चलते दो दिन तक सामान्य एमएमएस ही किए जा सकेंगे।
सीईओ दफ्तर के अफसरों को संभागवार दी जिम्मेदारी
चुनाव संबंधी शिकायतों को लेकर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अपने कार्यालय में पदस्थ संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों की टीमें संभागवार तैनात कर दी हैं। संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री को नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग, राकेश सिंह को इंदौर और उज्जैन संभाग, बसंत कुर्रे को ग्वालियर-चंबल व भोपाल संभाग और रुचिका चौहान को सागर, शहडोल, रीवा संभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।