भारत में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े, ये लक्षण दिखे तो नजरअंदाज नहीं करें

भारत में स्वाइन फ्लू के मामले बढ़े, ये लक्षण दिखे तो नजरअंदाज नहीं करें

नई दिल्ली। स्वाइन फ्लू, जिसे H1N1 इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है, H1N1 इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होने वाली एक श्वसन बीमारी है। हाल ही में एक 57 वर्षीय व्यक्ति को एच1एन1 वायरस से संक्रमित पाया गया था और बाद में उसकी मौत हो गई। मरीज का एक निजी अस्पताल में कई बीमारियों का इलाज चल रहा था और वहां उसका परीक्षण हुआ। उन्होंने बताया कि उन्हें 31 दिसंबर को एसएसजी के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। डॉ हेलैया ने कहा, रोगी पिछले 10 वर्षों से ऑस्टिन रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह मेलेटस और हृदय रोग सहित कई बीमारियों से पीड़ित था। स्वाइन फ़्लू, या H1N1 इन्फ्लूएंजा, एक श्वसन रोग है जो नाक से स्राव, खांसी, भूख में कमी और बेचैन व्यवहार का कारण बनता है। स्वाइन फ्लू के लक्षण नियमित मौसमी फ्लू के समान होते हैं लेकिन कुछ मामलों में अधिक गंभीर हो सकते हैं। यहां स्वाइन फ्लू के छह सामान्य लक्षण हैं।

स्वाइन फ्लू: 5 प्रमुख लक्षण

बुखार: स्वाइन फ्लू के प्रमुख लक्षणों में से एक है अचानक तेज बुखार आना। बुखार के साथ ठंड लगना और पसीना भी आ सकता है। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि स्वाइन फ्लू से पीड़ित हर व्यक्ति को बुखार नहीं होगा, लेकिन यह एक सामान्य लक्षण है।

खांसी: लगातार खांसी स्वाइन फ्लू का एक और आम लक्षण है। खांसी सूखी या उत्पादक हो सकती है, बलगम या कफ पैदा कर सकती है। इसके साथ गले में खराश या गले में खरोंच जैसी अनुभूति भी हो सकती है।

शरीर में दर्द: स्वाइन फ्लू के कारण शरीर में गंभीर दर्द, मांसपेशियों में दर्द और जोड़ों में दर्द हो सकता है। मरीज़ अक्सर थकान महसूस करने और पूरे शरीर में असुविधा का अनुभव करने का वर्णन करते हैं। ये लक्षण मौसमी फ्लू के लक्षणों के समान हैं।

सिरदर्द: स्वाइन फ्लू से पीड़ित कई व्यक्तियों को सिरदर्द का अनुभव होता है, जो हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। सिरदर्द साइनस जमाव और दबाव के साथ हो सकता है।

थकान: स्वाइन फ्लू अत्यधिक थकान और कमजोरी का कारण बन सकता है। मरीज़ अक्सर थकावट महसूस करते हैं और दैनिक गतिविधियों को करने के लिए उनमें ऊर्जा की कमी होती है। अन्य लक्षण कम होने के बाद भी थकान कई हफ्तों तक बनी रह सकती है।

श्वसन संबंधी लक्षण: स्वाइन फ्लू मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। मरीजों को श्वसन संबंधी लक्षण जैसे बहती या भरी हुई नाक, छींक आना और सांस लेने में तकलीफ का अनुभव हो सकता है। कुछ व्यक्तियों को सीने में असुविधा या सीने में दर्द भी हो सकता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये लक्षण केवल स्वाइन फ्लू के लिए नहीं हैं और मौसमी फ्लू या सामान्य सर्दी सहित अन्य श्वसन बीमारियों के कारण भी हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, स्वाइन फ्लू वायरस से संक्रमित कुछ व्यक्ति स्पर्शोन्मुख हो सकते हैं, जिसका अर्थ है कि उनमें कोई लक्षण नहीं दिखता है।

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