(सफलता की कहानी) नेशनल लोक अदालत में पति-पत्नि साथ रहने के लिये राजी

जयपाल ने पहनाई माला तो पैर छूकर सीमा बोली – आपका साथ नहीं छोडूंगी
मुरैना 13 दिसम्बर 2023/घर में रोज-रोज होने वाली कलह व झगड़ों से दुखी होकर कुटुंब न्यायालय में अलग होने तथा भरण-पोषण का दावा करने वाले कई दंपत्ति नेशनल लोक अदालत में न्यायाधीशों व वकीलों की समझाइश पर एकसाथ रहने के लिए तैयार हुए। मुरैना, अंबाह, जौरा व सबलगढ़ सिविल न्यायालयों में ऐसे दंपत्तियों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और आगे कभी झगड़ा न करने का संकल्प लेकर पौधे देकर विदा किया गया।
मुरैना शहर के पीपरीपुरा में रहने वाली सीमा जाटव की शादी भरतपुर राजस्थान निवासी जयपाल से हुई थी। दो साल की मासूम बेटी तनुष्का भी है। घर में पति-पत्नी के बीच छोटी-छोटी बातों पर कहासुनी होने लगी। परिवारिक विवाद इतना बढ़ गया कि सीमा ने कुटुम्ब न्यायालय में पति से अलग होने के लिये आवेदन लगाया। शनिवार 9 दिसम्बर को नेशनल लोक अदालत में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री अखिलेष जोशी, दोंनो पक्षों के बकील ने सीमा व जयपाल को समझाईश दी, कि दो साल की मासूम बच्ची के भविष्य को तो देखिये। बेटी के भविष्य की बात सुनकर दोंनो का मन द्रवित हो गया और उन्होंने साथ रहने की हामी भर दी। वहीं मौके पर दोंनो बकीलों ने एक-दूसरे को माला डलवाकर खुशी-खुशी घर के लिये रवाना कर दिया।
आर.एन. टुण्डेलकर