एक से तीन किलोवाट तक प्रति किलोवाट मिलेगी 18 हजार की सब्सिडी
एक से तीन किलोवाट तक प्रति किलोवाट मिलेगी 18 हजार की सब्सिडी
मुरैना जिले के बिजली उपभोक्ता अपने बिजली बिल को कम कर सकते हैं। उनके मन में सौर ऊर्जा से उत्पादन को लेकर कुछ सवाल हो सकते हैं। जैसे इसकी लागत, उत्पादन और सब्सिडी को लेकर लोगों के मन में कई सवाल हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की वेबसाइट portal.mpcz.in पर सोलर से संबंधित एफएक्यू (FAQ) व अन्य समस्त जानकारी उपलब्ध है।
अगर आप दो किलोवाट का सोलर प्लांट लगाते हैं तो हर महीने लगभग 240 यूनिट बिजली का उत्पादन होगा और दो किलोवाट सोलर प्लांट लगाने की लागत लगभग रूपये 01 लाख 30 हजार आएगी। जिस पर प्रति किलोवाट 18 हजार के हिसाब से कुल 36 हजार रूपये की सब्सिडी आपको अपने बैंक खाता में वापस मिल जाएगी। बिजली कंपनी ने सोलर प्लांट लगावाने के लिए वेंडर्स अधिकृत किये हैं, जिनके माध्यम से सोलर प्लांट लगवाया जा सकता है। उपभोक्ताओं को कंपनी द्वारा अधिकृत वेंडर्स के माध्यम से सोलर प्लांट लगवाने पर ही सब्सिडी का लाभ मिलेगा।
उपभोक्ता कैसे करें ऑनलाइन आवेदन
सोलर प्लांट लगवाने के लिए नेशनल पोर्टल solarrooftop.gov.in पर रजिस्ट्रेशन कराना होगा। रजिस्ट्रेशन के उपरांत वेंडर का चयन कर ऑनलाइन आवेदन जमा करना होगा। नेशनल पोर्टल पर टीएफआर अप्रूवल के बाद रजिस्टर्ड वेंडर के साथ अनुबंध संपादित होगा। आवेदक को वेंडर्स की सूची यही डिस्प्ले हो जाएगी। प्लांट इंस्टालेशन की प्रक्रिया होगी। प्लांट इंस्टाल होने के बाद उसकी डिटेल सबमिट होगी।
प्लांट के साथ आवेदक को स्वयं का फोटो पोर्टल पर अपलोड होगा। नेट मीटर लगने के बाद डिस्कॉम के अधिकारी इंस्टालेशन डिटेल्स को अप्रूव करेंगे। अगले चरण में हितग्राही सब्सिडी क्लेम कर सकेगा। इसके लिए बैंक डिटेल्स सहित अन्य खानापूर्ति करना होगी। डिटेल्स सही पाई जाने पर सरकार द्वारा सीधे उपभोक्ता के बैंक खाते में सब्सिडी जमा कराई जाएगी।
गौरतलब है कि दो किलोवाट क्षमता का सोलर प्लांट लगाने के लिए 100 वर्गफीट छत की जरूरत होती है जिसमें सोलर पैनल, इनवर्टर, एसडीसी बॉक्स, केबल व मीटर लगता है। सोलर रूफटॉप प्लांट, वेण्डर द्वारा अधिकतम 3 दिन के भीतर लगा दिया जाएगा। जहॉं तक सब्सिडी का सवाल है तो 30 दिन के भीतर सरकार द्वारा सब्सिडी की राशि सीधे आपके बैंक खाते में स्थानान्तरित कर दी जाएगी।