स्टालिन की सनातन पर टिप्पणी, गठबंधन ने बनाई दूरी

स्टालिन की सनातन पर टिप्पणी, गठबंधन ने बनाई दूरी

नई दिल्ली. तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे एवं मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन को लेकर की गई टिप्पणी पर बढ़ता विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इसको लेकर अब इंडिया गठबंधन में ही दरार बढ़ती जा रही है, विपक्षी इंडिया गठबंधन का हिस्सा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और आप ने उदयनिधि स्टालिन से दूरी बना ली, जबकि बीजेपी ने तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म को लेकर की गई टिप्पणियों के लिए कड़ी आलोचना की है। बीजेपी ने राहुल गांधी के रुख पर सवाल उठाया है, वहीं विपक्ष इस विवाद पर बंटा हुआ नजर आ रहा है।

दरअसल, इंडिया गठबंधन के ​अहम हिस्सा कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, शिव सेना (यूबीटी) और आम आदमी पार्टी ने डीएमके नेता से खुद को दूर कर लिया, जिन्होंने सनातन धर्म की तुलना कोरोनोवायरस, मलेरिया और डेंगू से की थी और कहा था कि ऐसी बातें नहीं करनी चाहिए विरोध किया जाए लेकिन नष्ट कर दिया जाए। हालांकि, टीएमसी ने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे की टिप्पणी की निंदा की और कहा कि विपक्षी गुट का ऐसी टिप्पणियों से कोई संबंध नहीं है। टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल ने कहा कि हम इस तरह की टिप्पणियों की निंदा करते हैं। सद्भावना हमारी संस्कृति है। हमें अन्य धर्मों का सम्मान करना होगा। I.N.D.I.A. ब्लॉक का ऐसी टिप्पणियों से कोई संबंध नहीं है। चाहे कोई भी हो, अगर कोई ऐसा कुछ कहता है, तो हमें ऐसे बयानों की निंदा करनी चाहिए। उधर, टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बिना किसी का नाम लिए बिना कहा कि लोगों को ऐसी किसी भी बात पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए, जिससे लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हों और वह सनातन धर्म का सम्मान करती हैं। मैं तमिलनाडु के लोगों का बहुत सम्मान करता हूं। लेकिन उनसे मेरा विनम्र अनुरोध है कि हर धर्म की अपनी अलग भावनाएं होती हैं। भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, यह एक लोकतांत्रिक देश है और साथ ही विविधता में एकता ही हमारा मूल है। इसलिए, मैं सनातन धर्म का सम्मान करता हूं। हम मंदिर, मस्जिद, चर्च हर जगह जाते हैं। हमें ऐसे किसी भी मामले में शामिल नहीं होना चाहिए जिससे किसी भी वर्ग को ठेस पहुंचे। उन्होंने कहा कि निंदा कहने के बजाय, मेरा हर किसी से विनम्र अनुरोध है कि हमें ऐसी किसी भी बात पर टिप्पणी नहीं करनी चाहिए जिससे बड़े वर्ग या छोटे वर्ग को ठेस पहुंचे। हमें विविधता में एकता को याद रखना होगा।

उधर, कांग्रेस नेता करण सिंह ने द्रमुक नेता की टिप्पणियों पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से अस्वीकार्य है। करण सिंह ने टिप्पणियों को बेतुका बताते हुए कहा कि भारत में करोड़ों लोग कम या ज्यादा हद तक सनातन धर्म के सिद्धांतों का पालन करते हैं।

इधर, दिल्ली में संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि की टिप्पणी पर बोलने वाले पहले कांग्रेस नेता थे और उन्होंने कहा कि पार्टी सर्व धर्म समभाव में विश्वास करती है और सभी के विश्वास का सम्मान करती है। वेणुगोपाल ने कहा कि हमारा विचार स्पष्ट है कि सर्वधर्म समभाव कांग्रेस की विचारधारा है। प्रत्येक राजनीतिक दल को अपने विचार व्यक्त करने की स्वतंत्रता है। हम सभी की मान्यताओं का सम्मान कर रहे हैं। वहीं इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे जो कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे भी हैं, ने कहा कि कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता वह धर्म नहीं है और एक बीमारी के समान अच्छा है। कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता, कोई भी धर्म जो यह सुनिश्चित नहीं करता कि आपको एक इंसान होने की गरिमा प्राप्त है, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है। इसलिए यह एक बीमारी की तरह ही अच्छा है।

वहीं भाजपा पर निशाना साधते हुए, शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने उस पर अपनी राजनीति के लिए सनातन धर्म पर नकली चिंता दिखाने का आरोप लगाया और इसे पाखंड बताया। सनातन धर्म शाश्वत सत्य-जीवन जीने का तरीका विवेक और अस्तित्व के लिए खड़ा है। सनातनियों ने लंबे समय तक अपनी पहचान को समाप्त करने के लिए आक्रमणकारियों के हमलों को झेला है, फिर भी वे न केवल जीवित रहे बल्कि फले-फूले। देश का आधार, जो सनातन धर्म से जुड़ा हुआ है, सभी आस्थाओं और पहचानों का समावेश रहा है। जो कोई भी इसके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करता है, वह इस बात से अनभिज्ञ है कि इसका क्या मतलब है। उन्होंने कहा कि भाजपा द्वारा अपनी राजनीति के लिए सनातन धर्म पर दिखाई गई नकली चिंता उनके बीमार पाखंड को उजागर करती है, जबकि वे महाराष्ट्र में अपने अधिकारों के लिए लड़ रहे सनातनियों पर बेरहमी से लाठीचार्ज कर रहे हैं। यही नहीं समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा सनातन शब्द का प्रचार कर रही है और वे धर्म के नाम पर लोगों की भावनाओं से खेल रहे हैं।

केंद्रीय मंत्रियों ने विपक्ष पर साधा निशाना
राजनाथ सिंह, अर्जुन राम मेघवाल, प्रह्लाद पटेल, धर्मेंद्र प्रधान और अनुराग ठाकुर सहित कई केंद्रीय मंत्रियों ने विपक्षी गठबंधन को आड़े हाथों लिया और उससे हिंदू भावनाओं के साथ नहीं खेलने को कहा। राजनाथ सिंह ने टिप्पणियों को लेकर विपक्ष पर निशाना साधा और आश्चर्य जताया कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अशोक गहलोत इस मुद्दे पर चुप क्यों हैं। राजस्थान में भाजपा की परिवर्तन यात्रा के तीसरे दौर की शुरुआत पर जैसलमेर के रामदेवरा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके), जो भारत का एक हिस्सा है, ने सनातन धर्म को नुकसान पहुंचाया है और कांग्रेस नेता मुद्दे पर चुप हैं।

पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने जो कहा है वह चौंकाने वाला और शर्मनाक है, यह देखते हुए कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे ने उनकी टिप्पणी दोहराई है। प्रसाद ने उदयनिधि का समर्थन करने के लिए कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम पर भी हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, नीतीश कुमार, ममता बनर्जी जैसे विपक्षी नेता चुप क्यों हैं? क्या आप वोटों के लिए हिंदू भावनाओं के साथ खेल रहे हैं? उन्हें पता होना चाहिए कि सैकड़ों वर्षों का इस्लामी शासन सनातन धर्म को खत्म नहीं कर सका और ब्रिटिश साम्राज्यवाद इसे कमजोर नहीं कर सका।

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