जैन श्वेताम्बर समाज के पर्यूषण पर्व का छठवां दिन मानव शरीर उर्जा का भंडार हैः अमित पारख
जैन श्वेताम्बर समाज के पर्यूषण पर्व का छठवां दिन मानव शरीर उर्जा का भंडार हैः अमित पारख
ग्वालियर 17 सितम्बर। पयूर्षण पर्व का छठवां दिन- श्री श्वेताम्बर जैन मंदिर सराफा बाजार में चल रहे पर्यूषण पर्व के अवसर पर आज कल्प सूत्र जी का वाचन करते हुये श्री वर्घमान जैन स्वाध्याय मंडल जावरा से श्री अमित पारख, अभिषेक चन्द्रावत एवं सौरभ काठेड़ ने भगवान महावीर का पाठशाला जाना, उनकी युवा अवस्था, भगवान ने जो उपसर्ग सहे व भगवान महावीर को केवल ज्ञान कैसे प्राप्त होता है, को बहुत ही सुंदर ढंग से उपाश्रय भवन में उपस्थित श्रावकों को समझाया। उन्होंने अपने व्याख्यान में कहा कि मानव शरीर उर्जा का भण्डार है। इस उर्जा का उपयोग सद्कार्यों में करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। जरूरत सिर्फ उस उर्जा को जगाने तथा उसे सद्कार्यों में लगाने की है। श्री श्वेताम्बर मंदिर सराफा बाजार में चल रहे प्रवचनों में अमित पारख ने आज यह बात कही। अमित पारख ने कहा कि व्यक्ति व्यर्थ के कार्यों में अपना धन और समय व्यर्थ करता रहता है। गौरव बम ने कहा कि जब भी हम प्रभु, सद्गुरू एवं बड़ों के चरणों में शीर्ष रखते है तथा चरण स्पर्श करते है तो हमें उनकी उर्जा प्राप्त होती है। गौरव बम ने भगवान राम एवं केवट का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि केवट प्रभु राम के चरणामृत से भव सागर पार हो गया।
जावरा से से पधारे अभिषेक चंद्रावत ने कहा कि आज हम झुकना ही नहीं चाहते हैं। लोग आज कुछ बड़ों के घुटने छूते है। यह हमारी संस्कृति नहीं है। इससे कुछ हासिल नहीं होता है। शरीर का जितना सद्पयोग करें उतनी उर्जा उसे मिलती है। शरीर को स्वस्थ रखने के सारे बिन्दु हमारे हाथ व पैरों में है। हमें यह मानव शरीर मिला है। तो इसका उपयोग मोक्ष प्राप्ति के लिये करें। इस शरीर से ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है। अभिषेक चंद्रावत कि धर्म का महत्व समझ में आने पर जीवन का महत्व भी समझ जायेंगे। इस शरीर के लिए कुछ भी असंभव नहीं है। लेकिन यह तभी संभव है जब सद्गुरू की कृपा हो एवं हम अपनी सोई हुई उर्जा को जगाए। रात्रि को मंदिर में हुई धर्मिक संगीतमय अंताक्षरी प्रतियोगिता में दर्शन टीम जिसमें संगीता पारख, रचना चौरड़िया, आशा कोठारी टीम प्रथम स्थान पर रही। द्वितीय स्थान पर ज्ञान टीम रही जिसमें संतोष कोठारी, यश कोठारी, पिंकी बांठिया थी। श्रीसंघ के अध्यक्ष सुनील दफ्तरी, कपूरचंद कोठारी, सुशील श्रीमाल, मनोज पारख, दीपक जैन, राहुल कोठारी एवं संजीव पारख ने बताया कि ने बताया कि पर्व के सातवें दिन 18 सितम्बर को श्री कल्पसूत्र जी का वाचन प्रातः 9 बजे उपाश्रय भवन में होंगे, जिसमें तीर्थंकर भगवान के चरित्र को समझाया जायेगा।