संदेशखाली हिंसा मामले में अब शाहजहां को सीबीआई के हाथों सौंपा, ममता सरकार ने कोर्ट को अवमानना की
संदेशखाली हिंसा मामले में अब शाहजहां को सीबीआई के हाथों सौंपा, ममता सरकार ने कोर्ट को अवमानना की
टीएमसी से निलंबित शेख शाहजहां को सीबीआई को सौपा गया। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली हिंसा मामले के मास्टरमाइंड कहे जाने वाले टीएमसी नेता शाहजहां शेख की अब मुश्किलें बढ़ गई हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट के फैसले के बाद सीबीआई ने शेख पर शिकंजा कस दिया है। शेख शाहजहां के मामले पर सुप्रीम कोर्ट से भी फौरी राहत नहीं मिली थी। ममता सरकार ने इस मामले पर तुंरत सुनवाई के लिए कोर्ट से अपील की थी। लेकिन अदालत ने इससे इनकार कर दिया था।
आपको बता दें कि इसी मामले में एक के बाद एक तीन प्राथमिकी सीबीआई ने दर्ज की है। करीब 25 घंटे के बाद सीबीआई को शेख की हिरासत मिल गई थी। हाईकोर्ट ने शाहजहां शेख को आज 4 बजकर 15 मिनट तक सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया था, लेकिन इस डेडलाइन के डेढ़ घंटे बाद शाहजहां को सीबीआई को सौंपा गया।
इस बार सीबीआई अपने साथ केंद्र सुरक्षा बल लेकर पहुंची थी. इससे पहले सीआईडी की टीम शाहजहां को मेडिकल के लिए लेकर गई थी. बुधवार को सुनवाई करते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट की जस्टिस हरीश टंडन और जस्टिस हिरण्मय भट्टाचार्य की पीठ ने अपने आदेश में कहा कि हम पांच मार्च को दिए गए अपने आदेश को लेकर गंभीर हैं। सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर दी गई है लेकिन अब तक हमारे आदेश पर कोई स्टे नहीं आया है इसलिए बुधवार शाम 4.15 मिनट तक शाहजहां को सीबीआई को सौंप दिया जाए।
पता नहीं क्यों लेकिन बंगाल सरकार ने तमाम कोशिक की थी कि शेख शाहजहां का केस सीबीआई तक न पहुंचे, आपको बता दें कि राज्य सरकार ने अपनी अर्जी में हाईकोर्ट के आदेश पर अंतरिम रोक का अनुरोध किया था। बंगाल की ममता सरकार ने कहा था कि इस मामले में बेबुनियाद आरोप लगाकर सीबीआई को केस ट्रांसफर किया गया जबकि हमारी एसआईटी जांच कर रही थी। राज्य सरकार ने कहा था कि सीबीआई को केस ट्रांसफर करना गलत है। ये सुप्रीम कोर्ट के पुराने आदेशों का उल्लंघन है।
संदेशखाली में 8 फरवरी से महिलाएं शाहजहां शेख और उसके समर्थकों के खिलाफ उतर गईं। इन महिलाओं ने शाहजहां और उसके समर्थकों पर शोषण करने और जबरन जमीन कब्जाने जैसे कई आरोप लगाए। अब तक टीएमसी नेता शेख शाहजहां बंगाल पुलिस की गिरफ्त में एक दम चौड़े होकर घूम रहे थे, अब उनकी कस्टडी सीबीआई के हाथों में हैं जल्द ही इस पूरे मामले का नतीजा निकलेगा।