रीवा के कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी भाजपा में शामिल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते हैं
रीवा के कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी भाजपा में शामिल, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष श्रीनिवास तिवारी के पोते हैं
भोपाल। ब्राम्हणों के सर्वमान्य नेता रहे मध्यप्रदेश के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय श्रीनिवास तिवारी के पोते सिद्धार्थ राज तिवारी आखिरकार भाजपा में शामिल हो गए। भोपाल में भाजपा कार्यालय में उन्होंने सदस्यता ली। सिद्धार्थ कांग्रेस के टिकट पर रीवा से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं। वे रीवा की त्योंथर सीट से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे। कांग्रेस ने यहां से रमाशंकर सिंह पटेल को उम्मीदवार घोषित कर दिया है।इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष वीडी शर्मा ,सीएम शिवराज सिंहचौहान प्रमुख रूप से मौजूद थे। माना जा रहा है कि सिदार्थ के आने से विंध्य में ब्राम्हणों वोटों का ध्रुवी करण होगा और पार्टी को लाभ मिलेगा ।
सदस्यता लेने के बाद युवा सिद्धार्थ राज तिवारी ने कहा, हमारे परिवार ने 1971 के युद्ध में पाकिस्तान को शिकस्त देने के बाद कांग्रेस जॉइन की थी। आज नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर रहा है। युवाओं को भारतीय जनता पार्टी में मौका मिलता है। इसी से प्रभावित होकर आज भाजपा का दामन थाम रहा हूं।
शिवराज बोले – कांग्रेस गजब है वहां गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दी जाती है
भाजपा प्रदेश कार्यालय में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सिद्धार्थ तिवारी को भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस दौरान उन्होंने दिग्विजय सिंह और कमलनाथ पर निशाना साधा। सीएम ने कहा, ‘कांग्रेस में गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी दी गई है। कमलनाथ ने खुद इसका खुलासा किया है कि गाली खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी उन्होंने दिग्विजय सिंह को दी थी, जो अभी तक वैलिड है। मैं कमलनाथ से पूछना चाहता हूं कि ऐसा काम ही क्यों करते हो कि गाली खाना पड़े। अगर गाली खाना पड़े तो खुद न खाएं, दूसरे को पावर ऑफ अटॉर्नी दे दें। ऐसे ही सरकार चलाने की पावर ऑफ अटॉर्नी भी इन्होंने दिग्विजय सिंह को ही दे रखी थी। पहले बंटाढार हुआ और बाद में भी बंटाढार हुआ। सचमुच यह कांग्रेस गजब है और धन्य है। इसके नेता गालियां खाने की पावर ऑफ अटॉर्नी देते हैं।प्रदेश की जनता सब कुछ देख रही है और जानती भी है वो अब किसी कीमत पर बहकावे में आने वाली नहीं है।