पार्टी में अनबन को लेकर दिग्गी ने कहा ऐसी तो कोई बात नहीं, प्रदेश में गुटबाजी सुनकर गांधी परिवार ने दोनों दिग्गजों को दिल्ली बुलाया
पार्टी में अनबन को लेकर दिग्गी ने कहा ऐसी तो कोई बात नहीं, प्रदेश में गुटबाजी सुनकर गांधी परिवार ने दोनों दिग्गजों को दिल्ली बुलाया

भोपाल। मतदान होने में मात्र एक पख्वाडा रह गया है लेकिन आये दिन यह खबर बाहर आ रही है कि कमलनाथ और दिग्गी में आपसी तालमेल नहीं है। इससे पार्टी को नुकशान होगा या फायदा यह तो वे लोग ही बतायेंगे लेकिन कांग्रेसहाईकमान ने दोनों को दिल्ली तलब किया है। इस बात को लेकर भोपाल में जब मीडिया ने सवाल किया तो दिग्गी की पत्नी अमृता सिंह ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच अनबन की खबरें पूरी तहर निराधार हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय की धर्मपत्नी अमृता सिंह ने कहा है कि – बने चाहे दुश्मन जमाना हमारा, सलामत रहे दोस्ताना हमारा।अब इसका मतलब तो साफ है लेकिन सब कुछ संकेतो में भी है।
इधर इसी का सवाल का जवाब देते हुए दिग्विजय ने कहा कि कमलनाथ से उनके रिश्तों पर जितनी बातें मीडिया में हैं, उतनी जमीन पर नहीं हैं। दिग्विजय का साफ कहना यह था कि प्रदेश की जनता अब बदलाव चाहती है। केाई कुछ भी कहे लेकिन आम जनमानस में परिवर्तन चल रहा है और शीघ्र ही इसका परणिाम सामने आयेगा।
आदिवासियों को लेकर यह कहा
पूर्व सीएम दिग्गी ने एक सवाल के जवाब में यह कहा कि आदिवासियों के लिए 1996 में मैंने पेसा कानून लागू कर दिया था। उसके नियम बना दिए थे। 2003 में जब हमारी सरकार गई, तब ही मैंने ग्रामसभा का कानून बना दिया था। उन्होंने उस पर कोई काम नहीं किया। अब उनको पेसा कानून 2022 में याद आया। इस कानून को लागू करने के लिए उन्होंने मोटिवेटर अपाइंट किए हैं। बिना इंटरव्यू के। आदिवासियों की भर्ती नहीं की। भाजपा और संघ के कार्यकर्ताओं की भर्ती की है।