राम पथ गमन : हालात जानने सरकार चित्रकूट में करेगी मंथन; अधिकारियों के साथ मंगलवार को सीएम बैठेंगे समीक्षा करने
राम पथ गमन : हालात जानने सरकार चित्रकूट में करेगी मंथन; अधिकारियों के साथ मंगलवार को सीएम बैठेंगे समीक्षा करने
भोपाल। अयोध्या में श्री राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के पहले एमपी की मोहन सरकार चित्रकूट में श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास के माध्यम से भगवान राम के वनवास के दौरान आठ जिलों में होने वाले कार्यों की प्रगति रिपोर्ट पर मंथन करने के लिए महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है।यह बैठक कल मंगलवार को चित्रकूट में होनी है।
जानकारी के अनुसार इस बैठक में कुल 11 विभागों को शामिल होना है। सूत्रों की मानें तो इस बैठक में कई अधिकारी वीडियों के माध्यम से जुड सकते हैं। सतना से मिली जानकारी में पता चला है कि स्थानीय सतना जिले का प्रशासन चित्रकूट में सीएम के आगमन के मद्देनजर व्यवस्थाओं में जुटा हुआ है।
11 विभागों की मुख्य भूमिका
सरकार द्वारा इसके लिए जो न्यास गठित किया गया है उसमें 11 विभागों की मुख्य भूमिका है और इसके अलावा पांच संभागायुक्त और 8 जिलों के कलेक्टर भी इसमें सीधे तौर पर शामिल होंगे।
गौर करने वाली बात यह है कि वर्ष 2009 से राम वन पथ गमन मार्ग विकसित करने के तत्कालीन सीएम शिवराज सिंह चौहान के फैसले पर अभी तक अमल नहीं हो सका है। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के पहले शिवराज ने वनवासी राम लोक बनाने की घोषणा की थी जिसका काम भी शुरू नहीं हुआ है।
यह सदस्य हैं न्यासी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को उपाध्यक्ष बनाया गया है। संस्कृति संचालनालय द्वारा 12 जनवरी 2024 को गठित कमेटी में प्रमुख सचिव संस्कृति विभाग को न्यासी सचिव घोषित किया गया है।
श्री रामचंद्र पथ गमन न्यास के गठन की इस कार्यवाही में अन्य न्यासी सदस्यों में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव वित्त, धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग, वन विभाग, पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग, प्रमुख सचिव नगरीय विकास और आवास विभाग, संस्कृति विभाग, पर्यटन विभाग, लोक निर्माण विभाग, पर्यावरण विभाग, जनसंपर्क विभाग, राजस्व विभाग के अलावा जबलपुर, नर्मदापुरम, रीवा, सागर तथा शहडोल संभाग के संभागायुक्त, सतना, पन्ना, कटनी, जबलपुर, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर तथा नर्मदापुरम के कलेक्टर शामिल हैं।
इन कामों को करना है पहले
अभी एजेंडे में जो काम प्राथमिकता में शामिल किए गए हैं, उसमें प्रसाद योजना के अंतर्गत अमरकंटक में प्रस्तावित काम कराए जाएंगे। इसके साथ ही चित्रकूट में कामदगिरि परिक्रमा पथ और अन्य प्रस्तावित काम किए जाएंगे। साथ ही बृहस्पति कुंड के लिए तय काम होंगे।
पवित्र मंदाकिनी नदी के लिए चित्रकूट में घाटों का विकास कराया जाना है। इसकी डीपीआर और अन्य कार्यों को लेकर चर्चा की जाएगी। साथ ही लीला गुरुकुल प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना का प्रस्ताव भी न्यास की बैठक में चर्चा में शामिल होना बताया जा रहा है।