चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने पुतिन, 87.17 प्रतिशत; पॉपुलर वोट के साथ चुने गए
चौथी बार रूस के राष्ट्रपति बने पुतिन, 87.17 प्रतिशत; पॉपुलर वोट के साथ चुने गए
एक बार फिर रूस की जनता ने राष्ट्रपति के रूप में व्लादिमीर पुतिन को ढेर सारे वोटो के साथ चुना। शुक्रवार से (15 /17 मार्च) रूस में शुरू हुए तीन दिवसीय चुनाव संपन्न हुए। 71 वर्षीय पुतिन के सामने तीन प्रतिद्वंद्वियों ने चुनाव लड़ा, जो क्रेमलिन के करीबी बताए जाते हैं। तीनों ने उनके 24 साल के शासन या दो साल पहले यूक्रेन के खिलाफ विशेष सैन्य अभियान शुरू करने के फैसले की आलोचना से परहेज किया।
सोवियत संघ के पतन के बाद रूस के राष्ट्रपति चुनाव में ये सबसे बड़ी जीत है। पुतिन 200 सालों में रूस की सत्ता पर सबसे अधिक समय तक रहने वाले नेता बन जाएंगे। इससे पहले एक एग्जिट पोल में दावा भी किया गया था कि पुतिन को 87 फीसदी वोट मिलेंगे। ये दावा रशियन पब्लिक ओपिनियन रिसर्च सेंटर ने किया था,वहीं पोलस्टर पब्लिक ओपिनियन फाउंडेशन ने कहा था कि पुतिन को 87.8 प्रतिशत वोट मिलेंगे और वोट के नतीजों के बाद यह आंकड़े सेम ही रहें।
जीत के बाद पुतिन ने कहा कि फरवरी में आर्कटिक जेल में विपक्षी नेता की अचानक मौत से पहले वह एलेक्सी नवलनी से जुड़े कैदियों की अदला-बदली के लिए सहमत हो गए थे। नवलनी की मौत को दुखद घटना बताते हुए पुतिन ने कहा कि जेलों में बंद अन्य कैदियों की मौत के मामले भी हैं। वही अपने संबोधन में पुतिन ने यह भी कहा कि चाहे कोई हमें डराने की कितनी भी कोशिश कर ले, चाहे कोई भी हमें, हमारी इच्छाशक्ति को, हमारी चेतना को दबाने की कोशिश कर ले, इतिहास में ऐसा काम आज तक कोई नहीं कर पाया है, न अब होगा और न भविष्य में होगा।
वैसे देखा जाए तो रूस का राष्ट्रपति चुनाव कई मायनों में खास है क्योंकि ये चुनाव ऐसे वक्त हो रहे हैं, जब यूक्रेन के साथ रूस की जंग जारी है। पुतिन के सामने कोई दमदार विपक्ष नहीं है, इसलिए इस चुनाव में पुतिन की जीत लगभग तय मानी जा रही थी और वैसा ही हुआ वो राष्ट्रपति चुनाव जीत गए।