जौनपुर में पीएम मोदी का दिखा भोजपुरी अंदाज, जीत को लेकर जनता से पुछा सवाल
जौनपुर में पीएम मोदी का दिखा भोजपुरी अंदाज, जीत को लेकर जनता से पुछा सवाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जौनपुर में रैली को संबोधित करते हुए कहा ये पूरा क्षेत्र स्वास्थ्य और शिक्षा का एक बड़ा हब बन रहा है आने वाले 5 सालों में योगी और मोदी पूर्वांचल की तस्वीर और तकदीर दोनों बदलने वाले हैं पीएम ने कहा-हमारा रास्ता है संतुष्टिकरण हर किसी को संतुष्ट करना संतोष देना.दूसरी तरफ सपा हो कांग्रेस हो घमंडिया गठबंधन हो उनका मॉडल है तुष्टीकरण।
पीएम ने कहा, आने वाले पांच सालों में मोदी और योगी पूर्वांचल की तकदीर और तस्वीर दोनों बदलने वाले हैं जौनपुर देश को आईएएस और पीसीएस देने वाला जिला है हमने हिंदी में मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई का रास्ता खोल दिया है अब गरीब मां का बेटा बेटी भी डॉक्टर इंजिनियर बनेंगे। कांग्रेस और इंडी गठबंधन के लोग इसका भी विरोध कर रहे हैं ये लोग नहीं चाहते कि आपके बच्चों का भविष्य उज्ज्वल हो।
पीएम ने कहा, इस चुनाव में दो माडल हैं एक तरफ हम लोग हैं मोदी और भाजपा है हमारा रास्ता संतुष्टिकरण का है दूसरी तरफ सपा, कांग्रेस औ घमंडिया गठबंधन है, जिनका रास्ता तुष्टिकरण का है सपा कांग्रेस के राज में कुछ परिवारों को ही लाभ पहुंचा। पिछड़ों दलितों के साथ न्याय नहीं हुआ. इनके साथ छल हुआ है इनके साथ अपराध हुआ है सपा कांग्रेस 70 साल से केवल हिंदू-मुसलमान कर तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे हैं हम सामाजिक न्याय की बात करते है।
पीएम मोदी ने कहा, ”भाइयों-बहनों मैं भी आपके ही बीच से निकला हूं मेरे जीते जी ये ओबीसी, एससी-एसटी का आरक्षण छीन पाएंगे. क्या अपने जीते जी मैं इनको राजनीति नहीं करने दूंगा।” पीएम ने कहा, ये कांग्रेस वाले एक एक्स-रे मशीन लाए हैं वो कहते हैं आपके सम्पत्ति का एक्स-रे निकलेंगे कि कितना खेत है, सोना है, पैसा है और यदि ज्यादा है तो छीन लेंगे। हम आपका छीनने देंगे क्या? आपका मंगल सूत्र छीनने देंगे क्या हम लोग?
पीएम ने कहा कि ये सपा-कांग्रेस के खेल खतरनाक हैं इन शहजादों की नीति खतरनाक है।ये लोग सनातन धर्म को गालियां दिलवाते हैं उत्तर प्रदेश वालों को गालियां देते हैं।
हम ईहां से जीत के लिए आश्वस्त होके जाई ना : पीएम
”ई बतावा हम ईहां से जीत के लिए आश्वस्त होके जाई ना बोला फिर से बोला। मछली शहर में भी कमल के फूल खिली ना।” पीएम मोदी ने भोजपुरी अंदाज में ये बातें कहते हुए अपना संबोधन समाप्त किया।