सिर्फ बच्छराज का बाड़ा, सराफा बाजार स्थित मंदिर में है- भैरव की तीन मूर्तियां

सिर्फ बच्छराज का बाड़ा, सराफा बाजार स्थित मंदिर में है- भैरव की तीन मूर्तियां

त्रिमूर्ती भैरव को लगेगा 251 किलो मेवा युक्त
केशरिया दूध व 125 किलो बूंदी, इमरती व मगोड़े का भोग
बच्छराज का बाड़ा, सराफा बाजार स्थित भैरव मंदिर पर भैरव अष्टमी पर दिन भर होंगे कार्यक्रम

ग्वालियर 4 दिसम्बर/अगहन बदी अष्टमी, मंगलवार 05 दिसम्बर 2023 को भैरव अष्टमी के शुभ अवसर पर स्थानीय सराफा बाजार, बच्छराज का बाड़ा स्थित 121 वर्ष से भी अधिक प्राचीन भैरव मंदिर पर प्रातः 10 बजे से मंत्रोचार के साथ भैरव जी महाराज का पंचामृत से महाभिषेक होगा। अभिषेक के बाद विधिविधान पूर्वक हवन होगा जो कि प्रात 11.30 बजे प्रांरभ होगा और गरमा-गरम केशरिया मेवा युक्त 251 किलो दूध का भी त्रिमूर्ति भैरव बाबा को भोग लगाकर भक्तजनो में प्रसाद के रूप में वितरित किया जायेगा। उक्ताशय की जानकारी देते हुए पारख परिवार के सदस्यों ने बताया कि ग्वालियर शहर का ही नहीं वरन प्रदेश व देश का एकमात्र ऐसा भैरव मंदिर है जहाँ पर भैरव जी की तीन प्रतिमा (त्रिमूर्ति) स्थापित है। बीच वाली प्रतिमा बीकानेर, राजस्थान के तोलियासर जी के भैरव जी की है। दायें हाथ पर राजस्थान के ही कोडमदेसर जी (जिला बीकानेर) के भैरव जी की प्रतिमा एवं बायें हाथ पर अलाय (जिला नागौर) के भैरवनाथ की प्रतिमा है।

भैरव जन्म महोत्सव के अवसर पर भैरव जी की प्रतिमा को स्वर्ण एवं चाँदी के वर्कों से सजाया जायेगा, चाँदी के भव्य मुकुट व स्वर्ण एवं चाँदी के छत्र भी चढ़ाये जायेंगें। मंदिर को फूलों एवं विद्युत सजावट से भव्य रुप से सजाया-संवारा जाएगा। भैरव मंदिर की प्राचीनता के बारे में बताते हुए श्री पारख ने बताया कि यह भैरव मंदिर अति प्राचीन है जिसका निर्माण 121 वर्ष से भी पूर्व हुआ था। श्री भैरव जी महाराज अपने भक्तजनों के कष्टों को दूर कर उनकी आशा पूरी करते हैं। इसलिये उन्हें आशापूर्ण भैरव जी के नाम से भी जाना जाता है । मंगलवार, 05 दिसम्बर 2023 को भैरव अष्टमी को भैरव अष्टमी के अवसर पर सराफा बाजार, बच्छराज का बड़ा स्थित त्रिमूर्ति भैरव मंदिर में प्रातः 10 बजे से भैरव जी महाराज का विधिविधानपूर्वक मंत्रोचार के साथ महाभिषेक होगा। अभिषेक के बाद हवन होगा। सायंकाल मंदिर की सजावट, मूर्तियों का सोने व चांदी के वर्क से श्रृंगार व दर्शन व भैरव जी को देशी घी से निर्मित 125 किलो केशरिया बूंदी, इमरती, मंगोड़े एवं गरमा-गरम केशरिया मेवा युक्त 251 किलो दूध का प्रसाद चढाकर दर्शनार्थीयों को वितरित किया जायेगा एवं 8.30 बजे से स्थानीय कलाकारों द्वारा भैरव जी के भजनों की प्रस्तुति दी जायेगी।

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