शिवराज को नाथ का तंज कि निर्बल के बल राम जानकारों का कहना कि नाथ का मनोबल शीर्ष् पर है भोपाल
शिवराज को नाथ का तंज कि निर्बल के बल राम जानकारों का कहना कि नाथ का मनोबल शीर्ष् पर है भोपाल

मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले एक राजनीतिक दलों का एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला अब और तेज होता जा रहा है। एक नजर से देखा जाये तो भाजपा और कांग्रेस बिल्कुल आमने सामने आ गये हैं।एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर निशाना साधा है।पूर्व सीएम कमलनाथ ने साफ साफ कहा है कि आपकी विदाई तो तय है लेकिन जाते जाते समाज के कमजोर वर्ग के साथ अन्याय मत कीजिए।
कमजोर वर्ग के साथ अन्याय मत करें
कमलाथ ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “शिवराज सिंह चौहान जी माना कि आपकी विदाई होने वाली है लेकिन कम से कम सत्ता की अंतिम घड़ियों में समाज के कमजोर वर्ग से अन्याय तो मत कीजिए। आपने पूरे प्रदेश में अपनी झूठी वाहवाही के विज्ञापन लगा रखे हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि प्रदेश में निराश्रित और विधवा महिलाओं को पिछले दो महीने से पेंशन का भुगतान तक नहीं हुआ है। इन दुखी बहनों को मात्र ₹600 महीने पेंशन मिलती है, उसे भी देने से आपकी सरकार ने इनकार कर दिया है। मध्य प्रदेश की बहनें आपसे जानना चाहती हैं कि आप आए दिन हजारों करोड रुपए का कर्ज़ मध्य प्रदेश में लेते हैं आखिर वह कर्ज आपके मद में नहीं तो किस मद में खर्च हो रहा है। एडवांस कमीशन लेने की ऐसी क्या जल्दी पड़ी है कि आप इन वंचित बहनों को उनकी पेंशन से भी वंचित कर रहे हैं। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि विधवा और निराश्रित बहनों को तत्काल उनकी पेंशन का भुगतान किया जाए। याद रखिए ‘निर्बल के बल राम’ होते हैं।”
5- धर्म विरोधियों को ठीक करने ही लगता है दिव्य दरवार
बागेश्वर धाम के पं शास्त्री जी इन दिनों भोपाल में
भोपाल। राजधानी भोपाल के करोंद में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की कथा का गुरुवार को दूसरा दिन थ । आने वाले भक्तों को देखते हुए कथा से पहले दिव्य दरबार शुरू हो गया है। उन्होंने कहा, कलियुग में धर्म विरोधियों के मुंह पर झन्नाटेदार तमाचा मारने के लिए ही बागेश्वर बालाजी का दरबार लगता है। यही कलियुग में हनुमान जी के चरणों का प्रताप है। जो कहते थे दिव्य शक्तिया नहीं होती हैं ये सब कपोल कल्पना है, उनकी ठठरी बंध गई।महाराज श्री ने कहा, उन्होंने कहा, मैं भी इंसान हूं। आपकी तरह साधारण इंसान हूं। कुछ नहीं कर सकता पर्चे से चमत्कार नहीं होता। जो होता है वो भगवान बालाजी की कृपा से चमत्कार होता है। बालाजी महाराज बड़े कृपालु हैं, जो भी नियम का पालन करेगा। उनकी मन की कामना पूरी होगी। अंधविश्वास पर भरोसा नहीं करें। जो देखा-पूछा और जो पर्चे पर लिखा है उसे ही सत्य मानें। जिनकी अर्जी लगे उन्हें मांस, मदिरा, लहसुन और प्याज का त्याग करना होगा। एक दो महीने में पेशी के लिए बागेश्वर धाम आना होगा।
हनुमानजी पर सब कुछ छोड़ दो
पं शास्त्री ने कहा कि या तो आज से ही मंदिर जाना छोड़ दो या फिर आज से अभी से बागेश्वर हनुमानजी पर सब कुछ छोड़ दो। इसकी तीन शर्ते हैं। पहली ये की आज से हमारे चक्कर में नहीं पड़ना। दूसरी शर्त- मांस मदिरा छोड़कर महीने में एक बार बागेश्वर धाम की पेशी शुरू कर दो। तीसरी शर्त ये है कि घर पर ही ऊं बागेश्वर नम: का जाप शुरू कर देना। इसके बाद किसी पर्चे की जरूरत नहीं है। अगर जीवन में संकट आएंगे तो बालाजी आपके सामने आकर खड़े हो जाएंगे।