मिलिए उस शख्स से जो कभी था अंबानी से भी ज्यादा अमीर
मिलिए उस शख्स से जो कभी था अंबानी से भी ज्यादा अमीर
नई दिल्ली। रेमंड्स और सिंघानिया का परिवार चेयरमैन और प्रबंध निदेशक गौतम सिंघानिया की पत्नी नवाज मोदी से तलाक की घोषणा के बाद से सुर्खियां बटोर रहा है। तलाक के समझौते के तहत मोदी ने सिंघानिया की 11,660 करोड़ रुपये की संपत्ति में से 75 फीसदी की मांग की है। अब गौतम सिंघानिया के पिता और रेमंड के पूर्व एमडी विजयपत सिंघानिया अपने बेटे गौतम के बजाय नवाज के समर्थन में उतर आए हैं।
85 साल के सिंघानिया ने एक इंटरव्यू में कहा, जैसा कि मैं जानता हूं, हिंदू विवाह अधिनियम के तहत पति की 50% हिस्सेदारी अलग होने पर पत्नी को स्वचालित रूप से मिल जाती है। हिंदू विवाह अधिनियम के तहत एक बहुत ही साधारण वकील उसे यह दिलवा सकता है। ऐसा क्यों है, वह 75% के लिए लड़ रही है? गौतम कभी भी हार मानने वाले नहीं हैं, क्योंकि उनका सिद्धांत हर किसी को खरीदना और सब कुछ खरीदना है। उन्होंने मेरे साथ यही किया। मेरे पास उनसे लड़ने के लिए उस तरह का पैसा नहीं बचा था। उन्होंने सब कुछ खरीद लिया। उन्होंने कहा, सब कुछ खरीद लूंगी। इस तरह लड़कर मुझे नहीं लगता कि उसे बहुत कुछ मिलेगा।
एक समय विजयपत सिंघानिया पूरे रेमंड साम्राज्य को चलाते थे। वह उस समय भारत के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक थे। लेकिन आज वह किराए के मकान में रहते हैं। वह एक समय मुकेश अंबानी से भी ज्यादा अमीर थे क्योंकि जब विजयपत पहले से ही रेमंड ग्रुप के मालिक थे तब अंबानी बहुत छोटे थे। लेकिन, उनकी किस्मत ने तब करवट ली जब उनके बेटे ने उन्हें घर से निकाल दिया। विजयपत सिंघानिया अपने जीवन को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं और एक सभ्य जीवन जीने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह सब तब शुरू हुआ जब सिंघानिया ने अपनी कंपनी के सारे शेयर गौतम के नाम कर दिए और तभी से उनका रिश्ता टूटने लगा। विजयपथ सिंघानिया के साथ बिजनेस टुडे के एक साक्षात्कार के अनुसार एक बार जमीन को लेकर झगड़ा इतना बढ़ गया कि गौतम ने विजयपत सिंघानिया को अपने ही घर से निकाल दिया।