लोकसभा चुनाव : कांग्रेस में दमदार प्रत्याशियों का हो रहा है टोटा; प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि 15 तक सभी नाम सामने आ जायेंगे
लोकसभा चुनाव : कांग्रेस में दमदार प्रत्याशियों का हो रहा है टोटा; प्रदेश अध्यक्ष कह रहे हैं कि 15 तक सभी नाम सामने आ जायेंगे
भोपाल। बीते दो माह पहले यानि कि नवंबर में ही मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में प्रदेश कांग्रेस को जोरदार हार का सामना करना पडा था जिसके चलते आलम यह है कि अब लोकसभा के लिए ज्यादातर उम्मीदवार कन्नी काट रहे हैं। कांग्रेस ने जिन दस लोगों खासकर दमदार नेताओं के नाम की तैयारी की थी उनमें दिग्गी सहित कईयों ने मना कर दिया है।
ऐसे में भाजपा का सामना करना कांग्रेस के लिए चुनाव से पहले चुनौती बन गई है। होता यह है कि चुनाव से पहले उम्मीदवार अपना दावा करते हैं कि हमें टिकिट दिया जाये लेकिन कांग्रेस में ऐसा नहीं हो रहा है। खासकर मालवा क्षेत्र में यह ज्यादातर देखने को मिल रहा है।
ऐसे में नये प्रदेशअक्ष् बने जीतू पटवारी के लिए बडी चुनौती बन गयी है। लग तो यही रहा है कि पटवारी को अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा।गौर करने वाली बात यह है कि मालवा मूलत: आरएसएस का गढ़ माना जाता है । ऐसे में कांग्रेस के लिए वास्तव में बडी मूसीबत होने वाली है ऐसा संकेत मिल रहा है।
अभी है एक सीट कांग्रेस के पास –
बीते वर्ष 2019में पूरे हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश की कुल 29 सीटों में से केवल एक सीट लोकसभा की कांग्रेस के पाले में है। वो सीट है छिंदवाडा जहां से पूर्व सीएम कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ सांसद हैं। कहा तो यही जा रहा है कि इस बार खुद कमलनाथ लोकसभा का चुनाव लडेंगे। कांग्रेस के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि प्रदेश में अब कमलनाथ को करने के लिए कुछ बचा नहीं है इसलिए वे लोकसभा लडकर दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं।
क्लीन स्विप करने में जुटी है भाजपा –
मि शन 2024 को लेकर जुटी भाजपा का लक्ष्य है कि वो इस बार के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 29 सीटें जीतकर मोदी को दे। यानि कि कांग्रेस मुक्त मप्र का सपना साकार करे। इसको लेकर पूरी तैयारी भी हो चुकी है।
माना जा रहा है कि इस बार भाजपा छिंदवाडा का मिथक भी तोडने में सफल हो जायेगी। तमान सर्वे रिपोर्ट में यह भी बात सामने आ रही है कि इस बार जोरदार मोदी लहर है क्योंकि धारा 370 के बाद राम मंदिर भी बन गया और प्राण प्रतिष्ठा भी हो गई । भाजपा का सपना भगवान राम ने खुद पूरा करवाया ।
मंदिर का निमंत्रण ठुकराना कांग्रेस को भारी पडेगा –
राजनीति के जानकारों का कहना है कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा कर कांग्रेस ने पैर में कुल्हाडी मार ली है। हालांकि हाईकमान के फैसले से उलट अनेक कांग्रेसी ने सुंदरकांड का पाठ किया और सोशल मीडिया पर भी डाला ताकि उनकी राजनीतिक जमीन बची रहे। राजनीति के मामले में कांग्रेस ने स्वयम को लेकर बेहद कुठाराघाती कदम उठाया है। ऐसे में यही माना जा रहा है कि लोकसभा में भाजपा को जोरदार बढत मिलने वाली है।
क्या कह रहे है पटवारी –
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी कहते हैं कि लोकसभा के लिए हम 15 फरवरी तक उम्मीदवारी का ऐलान करने की तैयारी कर चुके हैं।हम हर हाल में दमदार उम्मीदवार मैदान में उतारेंगे । भाजपा को कडी टक्कर मिलेगी ।