औकात को लेकर हुए निर्णय पर सरकार का समर्थन किया नेताप्रतिपक्ष ने
औकात को लेकर हुए निर्णय पर सरकार का समर्थन किया नेताप्रतिपक्ष ने
भोपाल। काफी लंबे समय बाद यह देखने में आया कि सरकार के साथ विपक्ष् खडा है। मामला भले ही दूसरा हो लेकिन नेताप्रतिपक्ष ने सरकार के फैसले का समर्थन किया है । आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में इन दिनों ‘औकात’ शब्द चर्चा में है। हुआ यूं कि दो दिन पहले शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल का वक्त बलवान था और ट्रक ड्राइवरों के साथ बैठक में उन्होने एक ड्राइवर को डपटते हुए उसे उसकी ‘औकात’ याद दिला दी। लेकिन वक्त ने पलटी मारी और एक दिन बाद ही इस ‘औकात’ शब्द ने उनका तबादला करवा दिया। प्रदेश के मुखिया सीएम मोहन यादव ने इस तरह के अपशब्दों को आपत्तिजनक मानते हुए तुरंत एक्शन लिया और उन्हें शाजापुर कलेक्टर के पद से हटा दिया।
नेता प्रतिपक्ष ने किया मुख्यमंत्री के फैसले का समर्थन
गौर करने वाली बात यह है कि प्रदेश के सियासी समीकरण में पक्ष और विपक्ष की किसी मुद्दे पर एकराय बने वास्तव में ऐसा कम ही होता है। लेकिन मुख्यमंत्री के इस निर्णय का कांग्रेस ने स्वागत किया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस फैसले का समर्थन किया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है ‘शाजापुर कलेक्टर किशोर कान्याल को एक ड्राइवर भाई की औकात दिखाने पर उनके पद हटाया जाना अच्छी बात है! लोकतंत्र में जनता से उसकी औकात पूछने का अधिकार नौकरशाहों को नहीं है! जनता सर्वोपरि थी, सर्वोपरि है और हमेशा रहेगी! शाजापुर कलेक्टर को ‘औकात’ पूछने की सजा दी जाना सही फैसला है।
सियासी चर्चाएं तेज –
इस प्रशासनिक बदलाव को सियासी चश्मे से भी देखा जा रहा है। कहने वाले कह रहे हैं कि शिवराज-राज के बेलगाम कलेक्टरों को एक-एक करके निपटाया जाना गलत भी नहीं है! गुना कलेक्टर को बस हादसे की सजा मिली तो शाजापुर कलेक्टर को भरी मीटिंग में अपनी ताकत दिखाने की! गंदगी के खिलाफ स्वच्छता अभियान तो चलना ही चाहिए!’ इस तरह कांग्रेस इस ने मुद्दे पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के फैसले को सही बताया है और कहा है कि इस तरह की मानसिकता को खत्म करने के लिए ऐसे फैसले लिए जाना जरुरी है। बहरहाल, सज़ा भले एक कलेक्टर को मिली हो, लेकिन ये संदेश सभी आला अधिकारियों के लिए हैं कि आगे उन्हें अपने मिज़ाज सही रखने होंगे क्योंकि सीएम डा मोहन यादव साफतौर पर कह चुके हैं कि ऐसी घटनाएं भविष्य में भी किसी स्तर से स्वीकार नहीं की जाएंगी।