उदयनिधि के बयान पर कमलनाथ की चुप्पी पीडादायी है – स्वामी रामभद्राचार्य
उदयनिधि के बयान पर कमलनाथ की चुप्पी पीडादायी है - स्वामी रामभद्राचार्य

छिंदवाडा में चल रही रामकथा में नाथ की खामोशी पर बोले स्वामी जी
भोपाल। अब रामकथा में भी चुनावी चर्चाएं सुनाई देने लगीं हैं। यही वजह है कि छिंदवाड़ा की चौरई में राम कथा सुनाने पहुंचे प्रख्यात कथा वाचक स्वामी रामभद्राचार्य ने सनातन धर्म पर दिए गए स्टालिन के विवाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के बेटे उदय निधि स्टालिन ने सनातन धर्म को बीमारी बताया है। उसका मटियामेट हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जो सनातन धर्म का विरोध करेगा उसका सर्वनाश हो जाएगा। स्वामी रामभद्राचार्य ने स्टालिन का बयान को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर भी तंज कसा। स्वामी रामभद्राचार्य जी कहना था कि मैं कमलनाथ को बहुत प्रेम करता हूं। वह हनुमान भक्त थे। मुझे पीड़ा हुई कि वह उदयनिधि के बयान पर एक बार भी कुछ नहीं बोले।कम से कम एक बात बोल देते कि उदयनिधि को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए था, तो मुझे बहुत संतोष होता।
धर्म – अधर्म के बीच होगा आगामी चुनाव
जगतगुरू स्वामी रामभद्राचार्य ने आने वाले चुनाव को धर्म-अधर्म की लड़ाई करार दिया। उन्होंने कहा कि आने वाला जो चुनाव है, वह एनडीए और इंडिया गठबंधन का नहीं है। मोदी और सोनिया गांधी का नहीं है। यह चुनाव कमलनाथ और शिवराज का भी नहीं है। अगला चुनाव धर्म और अधर्म की लड़ाई है।
धारा 370 हटाकर मोदी ने कमाल किया
स्वामी रामभद्राचार्य ने छिंदवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि एक ऐसा समय था जब कोई नहीं सोचता था कि कश्मीर से धारा 370 हट पाएगी। विदेश जाना सरल था लेकिन कश्मीर जाना काफी कठिन था। प्रधानमंत्री मोदी को जनता का आशीर्वाद मिला और यह संभव हो गया।