कमलनाथ का बयान कि – ये मत समझो कि बूढ़ा हो गया
कमलनाथ का बयान कि - ये मत समझो कि बूढ़ा हो गया

युवाओं से बोले भर्ती घोटालों की जांच अफसरों से नहीं युवाओं से कराऊंगा
भोपाल। राजनीति में हर बयान का अपना अर्थ होता है। अब तक भाजपा कहती थी नाथ का बूढा लेकिन उसका खुद खंडन कमलनाथ ने ही किया।हालांकि उनके इस अजीबोगरीब बयान से लोग चौंक गए हैं। बता दें िक प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि वे अभी बूढे नहीं हुए हैं। उन्होनें यह भी कहा कि सामाजिक के अलावा युवाओं और पार्टी से जुड़े कार्यक्रम में हिस्सा लिया। सबसे पहले मांग मातंग समाज महाधिवेशन में पहुंचे। उसके बाद राजीव गांधी चौराहा पर शुभ कारज गार्डन में बेरोजगार महापंचायत में संबोधित किया। शाम को वे भाजपा छोड़कर आने वाले नेताओं को कांग्रेस ज्वाइन भी कराएंगे।
इन्वेस्टमेंट कैपिटल हम बनाएंगे –
कमलनाथ ने बेरोजगार महापंचायत में युवाओं से कहा कि इंदौर नया दौर लेकर आएगा। इंदौर में मप्र की ही नहीं, बल्कि देश की ‘निवेश-राजधानी’ इन्वेस्टमेंट कैपिटल बनने की ताकत है। कांग्रेस ये सपना पूरा करके दिखलाएगी, ये मेरी गारंटी है। इंदौर को स्टार्टअप का इंटरनेशनल हब बनाएंगे।
उन्होंने कहा पहले भी लोगों को छिंदवाड़ा मॉडल के बारे में नहीं पता था और आज भी उन्हें छिंदवाड़ा के विकास के बारे में नहीं पता है। मैंने युवाओं से भी कहा था कि प्रतिनिधिमंडल बनाकर छिंदवाड़ा जाओ और वहां देखकर आओ।
उन्होंने सरकार बनने पर दावा करते हुए कहा कि प्रदेश में जितने भी घोटाले हुए हैं, चाहे पटवारी घोटाला हो या कोई भी दूसरा घोटाला हो, उसकी जांच सरकारी अधिकारियों से नहीं आप युवाओं से कराऊंगा। उन्होंने आगे कहा कि मेरे आज इंदौर आने से पहले तबीयत खराब थी। कल स्टाफ ने कहा था कि तबीयत खराब है, इंदौर का कार्यक्रम कैंसिल कर दीजिए। मैंने उनसे कह दिया कि सबकुछ कैंसिल कर दूंगा लेकिन नौजवानों का प्रोग्राम कैंसिल नहीं करूंगा। मुझे बुखार है तबीयत खराब है, लेकिन आपके सामने अपनी बात जरूर रखूंगा। उन्होंने शिवराज सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि आज मप्र में कोई निवेश नहीं आता। शिवराज जी यहां इंदौर में आकर नाटक करते हैं। इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन करते हैं।- प्रदेश की जनता पर 3 लाख 40 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है। सरकार ने इस धन का क्या किया। मैं बताता हूं सरकार ने किसी के लिए कुछ नहीं किया। इस धन से ठेके दिए गए। अपना कमीशन निकाला।