बसपा नेता के हत्यारोपी कालिया को एसटीएफ ने मार गिराया

झांसी। झांसी में कुख्यात बदमाश राशिद कालिया को एसटीएफ ने एनकाउंटर में मार गिराया। शनिवार को मुठभेड़ में उसके सीने में गोली लगी थी। कानपुर में 3 साल पहले हुई बसपा नेता पिंटू सेंगर की हत्या में कालिया वांटेड था। उस पर 1.25 लाख का इनाम था। कालिया को 10 जिलों की पुलिस तलाश रही थी। जून 2020 को सेंगर की हत्या के बाद से फरार चल रहा था। झांसी एसएसपी राजेश एस ने बताया कि शनिवार को एसटीएफ को सूचना मिली कि राशिद कालिया मऊरानीपुर में एक व्यक्ति की हत्या करने जा रहा है। इसके बाद पुलिस ने मध्य प्रदेश के बॉर्डर पर उसे रोकने की कोशिश की, तब वह भाग गया। इस पर एसटीएफ की टीम ने उसका पीछा किया। 20 मिनट तक वह कच्चे रास्तों पर एसटीएफ की टीम को छकाता रहा।
बाद में वह सितौरा की ओर मुड़ गया। तब एसटीएफ की दूसरी टीम सामने से आ गई। आगे-पीछे से खुद को घिरता देख राशिद कालिया फायरिंग करने लगा। दोनों तरफ से 10 मिनट तक 10 राउंड फायरिंग हुई। फायरिंग में एसटीएफ के डिप्टी एसपी संजीव दीक्षित और इंस्पेक्टर घनश्याम यादव को भी गोली लगी। मगर, बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने से उनकी जान बच गई। एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में कालिया के सीने में गोली लगी। इससे वह गिर गया। पुलिस ने उसे मऊरानीपुर सीएचसी ले गई। वहां से झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया। वहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। राशिद कालिया कानपुर के चकेरी थाना क्षेत्र के चिश्तीनगर का रहने वाला था।