जिला चिकित्सालय में महिलाओं को परिवार नियोजन के साधन अपनाने की सलाह दी
जिला चिकित्सालय में महिलाओं को परिवार नियोजन के साधन अपनाने की सलाह दी

मुसिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर के मार्गदर्शन में बुधवार को डिप्टी मीडिया ऑफीसर श्रीमती रामलली माहौर ने जिला चिकित्सालय के नवीन भवन के कमरा नंबर 09 व ओपीडी में आने वाली सभी महिलाओं को परिवार नियोजन के साधन अपनाने की सलाह दी। श्रीमती माहौर ने बताया कि डिलेवरी के समय 48 घंटे के अंदर पीपीआईयूसीडी लगवाने से बच्चों में अंतर रख सकते हैं। जिसमें हितग्राही को 300 रुपए प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
इसी तरह आईयूसीडी यह 05 वर्ष 10 के लिए रहती है, इसे जब चाहे लगवा सकते हैं। बच्चों में अंतर और जब तक बच्चा न चाहे और अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है। इंजेक्शन अंतरा यह प्रसव के डेढ़ माह बाद 03 माह के अंतर से लगाया जाता है। लगवाने वाले हितग्राही को 100 रूपये व लगाने वाले को 100 रुपए तथा प्रेरित करने वाले को भी 100 रुपए प्रति इंजेक्शन दिये जाते है। छाया एक गर्भ निरोधक गोली है, जिससे भी बच्चों में अंतर और अनचाहे गर्भ को रोककर अपने परिवार को सुरक्षित और स्वस्थ्य बना सकते हैं। इस अवसर पर दीपा कौशल वूमेन काऊन्सलर शिल्पी गुप्ता और नर्सिंग ऑफिसर उपस्थित थीं।