वाहन चलाते समय आँखों में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो तत्काल जिला चिकित्सालय मुरैना में आँखों की जॉच करायें – क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती परिहार
वाहन चलाते समय आँखों में किसी भी प्रकार की समस्या आती है, तो तत्काल जिला चिकित्सालय मुरैना में आँखों की जॉच करायें - क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती परिहार
पुलिस मुख्यालय एवं परिवहन आयुक्त के आदेशानुसार प्रदेश में सडक सुरक्षा सप्ताह 2024 (11 जनवरी से 17 जनवरी) मनाया जा रहा है। मुरैना जिले में पुलिस अधीक्षक श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. अरविन्द ठाकुर के मार्गदर्शन में सोमवार को थाना यातायात में नेत्र परीक्षण शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती अर्चना परिहार, यातायात सूबेदार श्री गजेन्द्र सिंह परिहार, यातायात सूबेदार श्री रोहित यादव, जिला अस्पताल मुरैना से नेत्र रोग विशेषज्ञ डाँ. अनुराग सिंह तोमर, नेत्र चिकित्सा सहायक श्री ओ.डी. शर्मा, श्री हरिकृष्ण केन उपस्थित थे।
नेत्र परीक्षण शिविर में मुरैना के बस चालक, चार पहिया वाहन चालक, तीन पहिया यात्री वाहन चालकों ने नेत्र परीक्षण शिविर का लाभ उठाया। जिसमें सभी चालकों की डॉ. अनुराग सिंह तोमर ने आँखो का परीक्षण कर ज़ॉच की। डॉ. अनुराग सिंह तोमर ने बताया कि यदि रात्रि में वाहन चलाते समय आँखों पर सामने से आने वाले वाहन के प्रकाश से आँखे चकाचौंध हो जाती है, तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर आँखों की जॉच करवाना चाहिये।
कुछ वाहन चालकों को ट्रेफिक सिग्नल पर लाल और हरे रंग पहचानने में भी समस्या होती है, तो ऐसे वाहन चालक भी अपनी नेत्र परीक्षण आवश्यक रूप से उन्हे कलरब्लाईन्डेस की समस्या हो सकती है।
इसके अतिरिक्त डॉक्टर्स की टीम ने सभी को दवाईया वितरित की एवं आँखों की जाँच कर चश्मे का नम्बर दिया। अधिक समस्या होने पर जिला चिकित्सालय मुरैना या नजदीकी स्वास्थय केन्द्र में दिखाने की सलाह दी।
सडक सुरक्षा सप्ताह 2024 के अंतर्गत क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी श्रीमती अर्चना परिहार, थाना यातायात से सूबेदार श्री गजेन्द्र सिंह परिहार, सूबेदार श्री रोहित यादव ने सभी वाहन चालकों से अपील है, कि यदि वाहन चलाते समय आँखों में किसी भी प्रकार की समस्या आती है तो तत्काल जिला चिकित्सालय मुरैना या नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर आँखों की जॉच करायें, उसके बाद ही वाहन चलायें। जिससे वाहन चलाते समय होने वाली दुर्घटना को रोका जा सके।