स्वर्ण जयंती महोत्सव: सीएम योगी बोले, आर्य समाज ने सबसे पहले घर वापसी से दिया था धर्मांतरण का जवाब
स्वर्ण जयंती महोत्सव: सीएम योगी बोले, आर्य समाज ने सबसे पहले घर वापसी से दिया था धर्मांतरण का जवाब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश में जब बड़े पैमाने पर धर्मांतरण कराया जा रहा था, तो उस समय सबसे पहले आर्य समाज ने घर वापसी कराकर उसका जवाब दिया था। वहीं अंग्रेजों ने जब भारतीयों पर तुष्टीकरण की नीति को थोपा तब आर्य समाज ने देश में वैदिक आंदोलन की शुरुआत की। आर्य समाज भारत का जीवंत आंदोलन रहा है। एक समय था बस्ती से लेकर कराची तक आर्य समाज का बोलबाला था।सीएम योगी ने बुधवार को एक निजी होटल में आर्य समाज बस्ती द्वारा आयोजित आर्य समाज के स्वर्ण जयंती महोत्सव कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वदेशी और अछूतोद्धार के कार्यक्रम को आर्य समाज ने आगे बढ़ाया। आर्य समाज के आंदोलनों ने अनेक क्रांतिकारी दिए। काकोरी एक्शन के महानायक पंडित रामप्रसाद बिस्मिल आर्य समाज की ही देन थे, जो एक प्रचारक के रूप में सांझापुर में कार्य करते थे। उस समय का हर क्रांतिकारी आर्य समाज के साथ जुड़कर गौरवान्वित महसूस करता था।सीएम योगी ने कहा कि शिक्षा को संस्कारों और आधुनिकता के साथ जोड़ने का कार्य आर्य समाज के संस्थापक महर्षी दयानंद सरस्वती ने किया था। उन्होंने कहा कि डीएवी को एक समय देश की सबसे प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थाओं में से एक माना जाता था, जहां पर वैदिक प्रार्थना और हवन यज्ञ के साथ दिन की शुरुआत होती थी। सीएम योगी ने कहा कि युग प्रणेता महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के साथ पूरा भारत जुड़ रहा है और उन्हें नमन कर रहा है।