राजधानी के कारिडोर हटाने के लिए चार प्लान तैयार

आज या कल सीएस के सामने पेश होगी रूपरेखा
भोपाल। राजधानी भोपाल की बस रैपिड ट्रांजिट सिस्टम को हटाने के लिए 4 प्लान तैयार किया गया है। संभावना जताई जा रही है कि आज या कल में ही मुख्य सचिव वीरा राणा के सामने इसको प्रस्तुत किया जा सकता है। इसके बाद सीएम डॉ. मोहन यादव को प्रजेंटेशन दिखाएंगे। ये प्रजेंटेशन मंत्री विश्वास सारंग, कृष्णा गौर, विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवानदास सबनानी भी देख सकते हैं।इससे पहले गुरुवार को पहले निगम कमिश्नर फ्रैंक नोबल ए. ने सिविल इंजीनियरों के साथ लंबी मीटिंग की। कलेक्टर आशीष सिंह ने भी प्लान को लेकर निगम कमिश्नर के साथ मंथन किया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि शुक्रवार को ही सीएम डॉ. यादव भोपाल और नर्मदापुरम संभाग की समीक्षा भी करेंगे। वे बीआरटीएस का रिव्यू भी कर सकते हैं। इसलिए गुरुवार को अफसर प्लान तैयार करने में जुटे रहे। शुरुआत से लेकर आखिरी तक कुछ 4 प्लान तैयार किए गए हैं। इसके अलावा अलग-अलग हिस्सों में भी प्लान बने हैं। इनमें से एक प्लान पर निर्णय लिया जाएगा और उसी हिसाब से बीआरटीएस को हटाने की शुरुआत होगी।
48 बस स्टॉप हटेंगे
संत हिरदाराम नगर (बैरागढ़) से मिसरोद तक बीआरटीएस कॉरिडोर की कुल लंबाई करीब 24 किलोमीटर है। इसमें से 4 किमी डेडिकेटेड लेन पहले ही हट चुकी है। ऐसे में 20 किमी कॉरिडोर को हटाने जाने की कवायद होगी। इसके साथ 48 से अधिक बस स्टॉप भी हटेंगे। सिटी बसें बंद नहीं होंगी।
निगम को ही करना होगी तोड़ने की कार्रवाई
आज से कुल 13 साल पहले 360 करोड़ रुपए में यह बीआरटीएस कॉरिडोर बना था। अब इसे हटाने में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च होंगे। खर्च को लेकर भी मंथन हो रहा है। अफसरों का कहना है कि कॉरिडोर को हटाकर सड़क समतल करने और सेंट्रल रोड डिवाइडर बनाने में मोटा खर्च होगा। चूंकि, निगम के पास इतना फंड नहीं है। इसलिए पीडब्ल्यूडी को काम दिया जा सकता है। हालांकि, गुरुवार को पीडब्ल्यूडी ने भी साफ कर दिया कि कॉरिडोर से जुड़े सभी काम निगम ही करेगा।