नये साल के जश्न की तैयारी में महाकाल लोक से लेकर पर्यटन स्थल तक सब पैक

शहरों में होटलों को लोगों ने पहले ही किया बुक , डीजे की थाप नये साल का स्वागत
भारतीय नव वर्ष के उल्लास से ज्यादा अंग्रेजी माह के नये साल जनवरी के स्वागत की तैयारियां शुरू हो गई हैं। एक प्रकार से देखा जाये तो जश्न की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है।यही कारण् है कि 2024 का वेलकम करने के लिए आस्था की नगरी उज्जेन महाकाल लोक से लेकर पर्यटन नगरी पचमढ़ी , हनुवंतिया आदि सब के सब पैक हो गये हैं। महाकाल लोक में किसी प्रकार की कोई भीड भाड में गडबडी ना हो इस बात को लेकर प्रशासन पहले से ही चौकस हो गया है। दरअसल धार्मिक नगरी के साथ साथ अब मप्र के मुखिया का गृह जिला भी है । इसलिए प्रशासन पूरी तरह चौकस है।मिली जानकारी के अनुसार प्रदेश के कई अंचलों में नये का स्वागत गणगौर नृत्य के साथ किया जायेगा।बता दें कि धर्म नगरी उज्जैन में यह पहली बार होगा, जब महाकाल लोक घूमने वालों के लिए अलग लाइन लगेगी। ऐसे भक्त, जिन्हें सिर्फ महाकाल लोक में जाना है, वे चार धाम मंदिर से अलग लाइन में लगकर पिनाकी गेट से महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे। इसी गेट से बाहर आ सकेंगे।
31 दिसंबर से 1 जनवरी तक महाकाल मंदिर में 12 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में 29 दिसंबर से 1 जनवरी तक व्यवस्था बदल जाएगी।
मंदिर प्रशासक संदीप सोनी ने बताया कि श्रद्धालुओं को चारधाम से प्रवेश मिलेगा। शक्तिपथ होते हुए महाकाल लोक में प्रवेश कर सकेंगे।उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए जूते स्टैंड, पानी, पार्किंग, शेल्टर की व्यवस्था की जाएगी। भजन मंडली के भी इंतजाम किए जाएंगे। साइन बोर्ड लगाए जाएंगे। त्रिवेणी संग्रहालय और मंदिर परिसर में मेडिकल कैम्प की व्यवस्था कर रहे हैं।
भक्तों को महाकाल मंदिर दर्शन के लिए करीब 1 किलोमीटर पैदल चलना पड़ेगा। बैरिकेड से महाकाल लोक होते हुए महाकाल मंदिर में एंट्री दी जाएगी। VIP बेगमबाग से प्रवेश कर यहीं बनी पार्किंग में गाड़ी पार्क कर सकेंगे। निर्माल्य गेट से इन्हें एंट्री मिलेगी। 1 जनवरी को शीघ्र दर्शन व्यवस्था बंद रहेगी। दरअसल, 250 रुपए देकर शीघ्र दर्शन करने वाले श्रद्धालु एक दिन यह व्यवस्था का उपयोग नहीं कर पाएंगे।
खबर है कि मांडू में 31 दिसंबर की रात को पहली बार गाला डिनर होने जा रहा है। G-20 समिट के दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने G-20 राष्ट्राध्यक्षों को गाला डिनर पर आमंत्रित किया था। गाला डिनर उसे कहते हैं, जिसमें बड़ी संख्या में मेहमानों को पार्टी दी जाए। जबकि, गाला नाइट में डिनर के साथ डांस और एंटरटेनमेंट की पूरी व्यवस्था होती है।