उत्तर मध्य रेलवे के सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग को सर्वश्रेष्ठ जोन की दक्षता शील्ड

माननीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव दिनांक 15.12.23 को नई दिल्ली में उत्तर मध्य रेलवे को सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग में सर्वश्रेष्ठ जोन की दक्षता शील्ड प्रदान करेंगे । उत्तर मध्य रेलवे को अब तक पिछले आठ वर्षों में तीन बार शील्ड प्राप्त हुई है। ज़ोन ने लगातार विभिन्न उपलब्धियां हासिल की हैं और इन वर्षों के दौरान रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित कई लक्ष्यों को पार किया है। 2022-23 के लिए सिग्नल एवं टेलीकॉम विभाग की कुछ प्रमुख झलकियाँ इस प्रकार हैं:
• 171.27 आरकेएम. स्वचालित ब्लॉक सिग्नलिंग चालू की गई जो रेलवे बोर्ड के लक्ष्य से 159.06% अधिक है और भारतीय रेलवे में सबसे अधिक है।
• 32 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग चालू की गई जो रेलवे बोर्ड के लक्ष्य से 114.28% अधिक है।
• एन.सी.रेलवे का पहला कवच सिस्टम दिसंबर’22 में वृंदाबन रोड-अझई सेक्शन में पूरा हुआ और अब तक मथुरा-पलवल (80 मार्ग किमी) पर कवच सिस्टम स्थापित किया जा चुका है। यह भारत के उत्तरी मध्य भाग में इस तरह की पहली स्थापना थी।
• 304 मार्गों के साथ जूही ए और बी केबिन के चालू होने के साथ, जूही भारत (एशिया का भी) का सबसे बड़ा इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग बन गया, जिसके उस समय जूही मुख्य और जूही ए और बी केबिन के साथ 973 मार्ग थे।
• उत्तर मध्य रेलवे के सभी यात्री मार्गों पर मैकेनिकल सिग्नलिंग को समाप्त कर दिया गया है और इसे इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से बदल दिया गया है।
• चुनार-सक्तेशगढ़ खंड में नील बॉल टोकन उपकरणों के उन्मूलन के साथ, एनसीआर अब नील बॉल टोकन ब्लॉक उपकरण से मुक्त हो गया है।
• कुल 209 कि.मी. ओएफसी एवं 123 कि.मी. 6 क्वाड कमीशन किया गया।
• 4 स्टेशनों पर वाई-फाई प्रणाली स्थापित की गई और एनसीआर के 300 स्टेशनों पर कुल मिलाकर वाई-फाई प्रणाली का काम पूरा हो गया।
• 13 स्टेशनों पर कोच मार्गदर्शन प्रणाली/ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड/मल्टीलाइन डिस्प्ले बोर्ड उपलब्ध कराया गया और एनसीआर के कुल 43 स्टेशनों पर काम पूरा हो गया।
• वित्त वर्ष 2022-23 में 21 स्टेशनों पर कंप्यूटर आधारित यात्री ऑटो घोषणा प्रणाली और एनसीआर के कुल 72 स्टेशनों पर ऑटो घोषणा प्रणाली प्रदान की गई।
• 173 स्टेशनों पर कुल सुरक्षित गेट संचार उपलब्ध कराया गया।
• वित्त वर्ष 2022-23 में 27 एलसी गेटों पर सीसीटीवी प्रदान किए गए और एनसीआर में कुल 162 लेवल क्रॉसिंग गेट पूरे किए गए।
• वर्ष 2022-23 में 40 स्टेशनों पर वीओआईपी आधारित ट्रेन नियंत्रण संचार प्रणाली प्रदान की गई है और एनसीआर में कुल 170 स्टेशनों को चालू किया गया है।
• एस एंड टी प्लान हेड में 283.99 करोड़ रुपये का व्यय वर्ष 2022-23 में किया गया। यह सभी क्षेत्रीय रेलवे में सबसे अधिक है।
उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक श्री सतीश कुमार ने प्रधान मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर (पीसीएसटीई) श्री सतेन्द्र कुमार और उनकी टीमों की सराहना की, जिन्होंने इस उपलब्धि को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि यह जोन के लिए गर्व का क्षण है कि यह प्रतिष्ठित शील्ड उत्तर मध्य रेलवे को माननीय रेल मंत्री, भारत सरकार से प्राप्त हो रही है।

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