पहले की सरकारें खुद को माई-बाप समझती थीं – पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार 30 नवंबर को विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थियों को वर्चुअली संबोधित किया। मोदी ने कहा कि पहले की सरकारें खुद को माई-बाप समझती थीं।
पीएम ने आगे ये भी कहा कि मेरे लिए सबसे बड़ी जाति गरीब, महिलाएं, युवा और किसान हैं। इन्हें मजबूत बनाकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाएंगे। हमारे अमृत स्तंभ हैं- हमारी नारीशक्ति, हमारी युवा शक्ति, हमारे किसान और हमारे गरीब परिवार।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैंने लाल किले से गांव की दीदियों को ड्रोन दीदी बनाने की घोषणा की थी। मैंने देखा कि कोई दसवीं पास हैं, कोई 11वीं तो कोई 12वीं पास, लेकिन हजारों बहनों ने ड्रोन चलाना सीख लिया है। खेती में कैसे इसका उपयोग करना है, फर्टिलाइजर और दवाएं छिड़कने में कैसे इस्तेमाल करना है, ये सब उन्होंने सीख लिया है। अब इन ड्रोन दीदियों को नमन करने का मन करता है। इस योजना को मैं नमो ड्रोन दीदी नाम देता हूं।
पीएम ने कहा कि ये नाम इसलिए दे रहा हूं, क्योंकि हर गांव ड्रोन दीदी को नमन करता रहे। आने वाले समय में 15 हजार स्व सहायता समूहों को नमो ड्रोन दीदी कार्यक्रम से जोड़ा जाएगा। इन समूहों को ड्रोन दिया जाएगा। इन दीदियों को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी जाएगी। सेल्फ हेल्प ग्रुप से महिलाओं को सशक्त बनाने का जो कार्यक्रम चल रहा है, उसमें नमो ड्रोन दीदी की बड़ी भूमिका होगी। गांव में सेल्फ हेल्प ग्रुप में काम करने वाली 2 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाना है, ये मेरा सपना है।
मोदी ने कहा कि इस देश का हर नागरिक चाहे अमीर हो या गरीब, उसे दवाएं सस्ती मिलनी चाहिए। लोगों को बीमारी में जिंदगी ना गुजारनी पड़े। पीएम ने एक कार्यक्रम लॉन्च किया, जिसके तहत देश में जन औषधि केंद्र की संख्या 10 हजार से बढ़कर 25 हजार हो जाएगी। उन्होंने वालंटियर्स से अपील की कि लोगों को सरकार की योजनाओं को पूरा लाभ मिलना चाहिए।