हायर सेकंडरी के बाद ये करें, नौकरी के साथ लाखों का पैकेज

हायर सेकंडरी के बाद ये करें, नौकरी के साथ लाखों का पैकेज

नई दिल्ली. मौजूदा दौर में आईटी ​फील्ड का दायरा तेजी से बढ़ रहा है। आर्टिफिशियल इं​टेलीजेंसी यानी एआई तकनीक के बढ़ते प्रयोग के चलते इस फील्ड में नौकरियों के साथ भार—भरकम पैकेज आसानी से मिल रहा है। ऐसे में आप इस फील्ड में न सिर्फ आसानी से देश—विदेश में नौकरी के अवसर हासिल कर सकते हैं, बल्कि लाखों में पैकेज भी पा सकते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप कम्प्यूटर कोर्स कर इस फील्ड में कैरियर बनाएं

दरअसल, कम्प्यूटर कोर्स की डिमांड मौजूदा दौर में तेजी से बढ़ी है। इसके लिए आप हायर सेकंडरी यानी 12वीं के बाद कम्प्यूटर से संबंधित कोर्स करें। यदि आप की रुचि टेक्नोलॉजी और कंप्यूटर में है, तो आप कम्प्यूटर सांइस से जुड़े प्रमुख कोर्स के बाद ये अवसर आसानी से हासिल कर सकते हैं।

विशेषज्ञों की मानें तो 12वीं के बाद जीवन में कई मौके मिलते हैं। इनमें कम्पयूटर साइंस फील्ड भी एक है। इसमें करियर बनाने के लिए कई कोर्स मौजूद हैं, जिनमें डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और फुल डिग्री प्रोग्राम भी शामिल हैं। इस फील्ड से जुड़े कोर्स करने वालों को मल्टीनेशनल कंपनियां लाखों-करोड़ों रुपये की जॉब ऑफर कर रही हैं।

12वीं के बाद ये कोर्स

कम्प्यूटर साइंस में कैरियर बनाने वाले युवाओं के लिए बैचलर ऑफ कंप्यूटर अप्लीकेशन यानी बीसीए कोर्स के बाद यह अवसर हासिल कर सकते हैं। 3 साल के इस स्नातक पाठ्यक्रम के दौरान कम्पयूटर अप्लीकेशन, सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और सिस्टम एनालिसिस जैसी सब्जेट पर विस्तार से जानकारी दी जाती है। अच्छे कॉलेज से बीसीए की डिग्री करने के बाद आप किसी आईटी कंपनी में लाखों की सैलरी वाली जॉब आसानी से हासिल कर सकते हैं।

बैचलर आफ टेक्नालॉजी

बीसीए के बाद आप्शन कम्यूटर साइंस में बीटेक का नंबर आता है। यह कोर्स 4 साल का होता है, जो स्नातक कोर्स है। इस कोर्स के दौरान कम्पयूटर टेक्नोलॉजी के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाती है। कम्प्यूटर साइंस से बीटेक करने के लिए आईआईटी को सबसे बेस्ट माना जाता है। हालांकि, इसके लिए जेईई मेन्स जैसे एग्जाम क्वॉलिफाई करने होते हैं। बीटेक के बाद 12 से 14 लाख सैलरी वाली जाब आसानी से मिल जाती है। इस कोर्स से बीटेक करने वालों को कंपनियां लाखों का पैकेज देती हैं।

बैचलर आफ इंजीनियरिंग

इस फील्ड के स्टूडेंट्स क्लाउड कम्प्यूटिंग में भी कैरियर बना सकते हैं। यह कम्पयूटर साइंस की ही एक ब्रांच है, इसमें विभिन्न सर्विस ऑनलाइन ही प्रोवाइड की जाती है, जिसमें सॉफ्टवेयर एनालिटिक्स से लेकर डाटा स्टोरेज तक शामिल है। क्लाउड कंप्यूटिंग के बैचलर डिग्री प्रोग्राम के दौरान प्रोग्रामिंग, नेटवर्क्स, सॉफ्टवेयर डिजाइन और मैनेजमेंट जैसी टेक्नोलॉजी में स्किल्ड डेवलप किया जाता है। क्लाउड कम्प्यूटिंग में बीई के बाद फ्रेशर को 10 से 12 लाख रुपए का पैकेज आसानी से मिल जाता है। हालांकि, अनुभव के बाद पैकेज बढ़ता जाता है।

कम्प्यूटर साइंस में बीएससी

कम्प्यूटर साइंस में बीएससी भी तीन साल का कोर्स है। यह भी काफी पापुलर है, इस कोर्स के दौरान कम्प्यूटर साइंस, कम्प्यूटर अप्लीकेशन और इसकी सर्विस से संबंधित विषयों को पढ़ाया जाता है, इस कोर्स का मकसद क्वॉलिटी प्रोफेशनल्स और रिसर्च फेलो तैयार करना है, जो कम्प्यूटर सिस्टम की तकनीक को इम्प्लीमेंट करके हर सेक्टर में काम किया जा सकता है। बीएससी कम्प्यूटर साइंस करने के बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर, वेब डेवलपर, मोबाइल एप डेवलपर, यूएक्स डेवलपर के रूप में काम करते हुए हर साल 5 से 7 लाख पैकेज हासिल किया जा सकता है। आगे यह एक्सपीरियंस के आधार सैलरी बढ़ती जाएगी।

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