डायलिसिस से बचाव के लिये बाजार में बनी हुई चीजों का उपयोग न करें – सिविल सर्जन

डायलिसिस से बचाव के लिये बाजार में बनी हुई चीजों का उपयोग न करें - सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने कहा है कि आयुष्मान भारत निरामय योजना में पात्र हितग्राहियों की डायलिसिस निःशुल्क की जाती है। मरीजों को जीवन जीने के लिये नई उम्मीद मिले और खुश रखने के लिये हर मरीज का जन्म दिन मनाया जाता है। डायलिसिस मरीज के शरीर को संतुलित रखता है और शरीर में विशाक्त रसायनों का संतुलन बनायें रखने, रक्त चाप को नियंत्रण रखने में सहायक है।

यह बात उन्होंने जिला चिकित्सालय मुरैना में विश्व डायलिसिस दिवस के अवसर पर कही। इस अवसर पर एम.डी. डॉ. योगेश तिवारी, डॉ. राघवेन्द्र यादव, डॉ. अंकुर गुप्ता, अस्थि रोग विशेशज्ञ डॉ. डी.एस यादव, सहायक प्रबंधक डॉ. रविन्द्र सिंह, डिप्टी मीडिया ऑफीसर श्रीमती रामलली माहौर, डायलिसिस इंचार्ज श्रीमती मालती बौद्ध, अनिल सैनी, मोनिका कुशवाह, माधवी तित्तल व अन्य नर्सिंग ऑफिसर एवं डायलिसिस कराने वाले मरीजों के अटेंडर उपस्थित थे।

सिविल सर्जन डॉ. गजेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि डायलिसिस से बचाव के लिये बाजार में बनी हुई चीजों का उपयोग न करें, तथा बी.पी, शुगर के मरीज नियमित जॉच व दवाईयां समय से लेते रहे। जिससे डायलिसिस से बचाव हो सके।
एम. विशेषज्ञ डॉ. योगेश तिवारी ने कहा कि जिन मरीजों की किडनी काम करना बंद कर देती है, ऐसे मरीज डायलिसिस द्वारा अपना जीवन जी सकते है। जिला चिकित्सालय में डायलिसिस व उपचार उपलब्ध है।

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