छात्र-छात्राओं में तत्परता एवं निरंतरा अति आवश्यक है

ग्वालियर। मध्य भारत शिक्षा समिति द्वारा संचालित माधव विधि महाविद्यालय द्वारा आयोजित पांच दिवसीय व्यक्तित्व विकास शिविर के पांचवें दिन मंगलवार को समापन सत्र की संयोजिका श्रीमती सुषमा सिंह के द्वारा योग शिक्षिका गीता उपाध्याय का सम्मान किया गया। तत्पश्चात श्रीमती महिमा तारे एवं श्रीमती सुनीता पालेकर द्वारा मिनट्स यानी कि मोटा अनाज के बारे में जानकारी दी। एवं छात्र-छात्राओं को इडली खिलाई गई। तत्पश्चात अनुरोध सिंह सिसोदिया ने सूर्य नमस्कार के बारे में बताया एवं प्राणायाम प्रत्याहार धारणा ज्ञान और रहीम के दोहों के गुणों को समझाया एवं तनाव प्रबंधन पर छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया।
समापन सत्र में मुख्य वक्ता मध्य भारत शिक्षा समिति के अध्यक्ष डॉक्टर राजेंद्र बांदिल द्वारा व्यक्तित्व विकास के बारे में चर्चा कर आत्म निरीक्षण कैसे किया जाए बताया। इन्होंने समय पर नियंत्रण करना एकाग्रता पर स्वामी विवेकानंद के उदाहरण व्याख्या के सहित बताया कि तत्परता एवं निरतरता अति आवश्यक है से छात्र-छात्राओं का मार्गदर्शन किया। इन्होंने कहानी के माध्यम से व्यक्तित्व विकास कैसे क्रमश: बढ़ता जाता है बताया।
समापन पर छात्र-छात्राओं को सह भोज कराकर सभी को सर्टिफिकेट और पेन भी बांटे गए। अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉक्टर नीति पांडे के द्वारा की गई।