ओम बिरला के व्‍यापक अनुभवों से सीखेंगे नवागत सदस्‍य; 16 वीं विधान सभा का गरिमामयी कार्यकम मंगल-बुधवार को

ओम बिरला के व्‍यापक अनुभवों से सीखेंगे नवागत सदस्‍य; 16 वीं विधान सभा का गरिमामयी कार्यकम मंगल-बुधवार को

भोपाल। अनुभव वह थाती है जिसको सुनने वाले भी अनुभवी हो जाते हैं। इसका लाभ समाज को हर हाल में मिलता है। इसी ध्‍येय वाक्‍य को ध्‍यान में रखकर इस बार मध्यप्रदेश की 16 वीं विधानसभा के सदस्यों के लिए दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम 9 एवं 10 जनवरी को मध्यप्रदेश विधानसभा भवन के मानसरोवर सभागार में आयोजित हो रहा है।

इस गरिमामयी प्रबोधन कार्यक्रम में विधानसभा के पहली बार निर्वाचित एवं अनुभवी सदस्यों को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, डॉ. सत्यपाल सिंह, अध्यक्ष लाभ के पदों संबंधी संयुक्त समिति लोकसभा सहित संसदीय प्रक्रियाओं के कई विद्वतजनों का मार्गदर्शन मिलेगा। सोमवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिहं तोमर से विधानसभा में भेंट कर कार्यक्रम की तैयारियों के संबंध में चर्चा की।

ऐसा होगा कार्यक्रम –
बता दें कि उद्घाटन सत्र 9 जनवरी को प्रातः 11 बजे मानसरोवर सभागार में आयोजित किया जाएगा। इस सत्र में लोकसभा अध्‍यक्ष ओम बिरला, मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी अपने विचार रखेंगे। सत्र के प्रारंभ में लोकसभा महासचिव उत्पल कुमार सिंह का संबोधन होगा। संसदीय कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय आभार उद्बोधन देंगे।

पहला सत्र प्रभावी विधायक कैसे बने के विचार पर केंद्रित होगा। इस विषय पर उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री सतीश महाना सदस्यों को मार्गदर्शन मिलेगा । पहले दिन के सत्र में लोकसभा में लाभ के पदों संबंधी संयुक्त समिति के अध्यक्ष डॉ. सत्यपाल सिंह का भी उद्बोधन होगा।पहले ही दिन के दूसरे सत्र का विषय “ संसदीय प्रक्रियाएं−स्थगन, ध्यानाकर्षण, अविलंब लोक महत्व की सूचनाएं− महत्व तथा उनका उपयोग” रहेगा। इस सत्र में पूर्व सांसद राज्यसभा सुरेश पचोरी का व्याख्यान होगा।इसी दिन शाम 6.30 बजे से सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।

दूसरे दिन की रूपरेखा इस प्रकार है कि प्रातः 11 बजे से चतुर्थ सत्र आयोजित किया जाएगा जिसका विषय ” संसदीय प्रणाली में समितियों की भूमिका” रहेगा। पंचम सत्र ” बजट- आय व्ययक, अनुदान की मांगों पर चर्चा, कटोती प्रस्ताव” पर केंद्रित रहेगा। षष्टम सत्र ” संसदीय विशेषाधिकार” पर केंद्रित रहेगा। “प्रश्नकाल एवं प्रश्नों से उद्भूत आधे घंटे की चर्चा” पर केंद्रित विषय पर मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डाँ. सीतासरन शर्मा अपना व्याख्यान देंगे। श्री राजेन्द्र सिंह पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष तथा सदस्य बजट प्रक्रिया/आय व्ययक, अनुदान मांगों पर व्याख्यान देंगे ।सांय 4 बजे से समापन सत्र का आयोजन किया जाएगा।

प्रभावी उदबोधन के साथ समाप्‍त होगा आखिरी सत्र –
समापन सत्र में विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, संसदीय कार्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार अपने विचार रखेंगे। इस सत्र में स्वागत भाषण विधानसभा सचिवालय के प्रमुख सचिव ए.पी.सिंह देंगे।

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