मणिपुर हिंसा पर 10 पार्टियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मिला
कहा- पीएम मोदी के दखल दिए बिना राज्य में शांति कायम नहीं हो सकती
इम्फाल। मणिपुर हिंसा को लेकर 10 पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल ने 18 नवंबर को राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री ओ इबोबी सिंह शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल को एक मेमोरेंडम भी दिया। इसमें कहा गया है कि केंद्र सरकार, खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दखल दिए बिना राज्य में शांति कायम नहीं हो सकती। प्रतिनिधिमंडल ने ये भी मांग की कि कुकी और मैतेई दोनों समुदायों के बीच जल्द शांति वार्ता कराई जाए।
मणिपुर में कुकी-जो समुदाय के सबसे बड़े संगठन इंडीजिनस ट्राइबल लीडर्स फोरम के जनरल सेक्रेटरी मुआन टोम्बिंग के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। आईटीएलएफ नेता ने बुधवार को केंद्र सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि दो हफ्ते में आप मणिपुर में हमारी अलग सरकार बनवाएं या फिर हम खुद बनाएंगे।
आईटीएलएफ नेता की इस चेतावनी के बाद उनके खिलाफ चुराचांदपुर थाने में केस दर्ज किया गया है। मुआन के खिलाफ आईपीसी की धारा 121्र, 124्र, 153 और 120बी के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। इन धाराओं में भारत सरकार के खिलाफ साजिश, दंगा भड़ाकाना, लोगों को उकसाना, देशद्रोह के साथ अन्य आपराधिक साजिश शामिल हैं।