कांगे्रस में नेताओं के बीच विश्वास का गहरा संकट: रविशंकर प्रसाद
ग्वालियर। कांगेस पार्टी के भीतर उसके ही नेताओं के बीच विश्वास का गहरा संकट छाया हुआ है। इसीलिए उसके नेताओं ने कपड़ा राजनीति की नई शुरुआत की है। यह हालात उसके अंदरुनी हालातों को बयान करते हैं। बिहार अक्सर राजनीति के नये नये शब्द के लिये मशहूर है लेकिन इस बात बिहार को पीछे छोड़कर मध्यप्रदेश ने राजनीति को नया शब्द दिया है। कुर्ता फाड़ राजनीति। कांग्रेस के अंदर सब कुछ ठीक नहीं चल रहा यह कांग्रेस के नेताओं के राजनीतिक स्वार्थ का टकराव है। वहीं कांग्रेस सनातन धर्म का विरोध करने वालों के साथ खड़ी है, जनता उसकी इस सच्चाई को अच्छी तरह समझ चुकी है। यह बात पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने बुधवार को पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।
ग्वालियर दौरे पर आए पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस के दोनों प्रमुख नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच लगातार राजनीतिक टकराहट और अहम् की लड़ाई चली आ रही है। ये हालात बताते हैं कि कांग्रेस इन दिनों विश्वास के गंभीर संकट के दौर से गुजर रही है। बार-बार दिल्ली की मध्यस्थता भी अपने इन नेताओं के बीच रिश्ते बनाने में सफल नहीं हो पाई। पूर्व केन्द्रीय मंत्री रविशंकर ने राममंदिर पर कांग्रेस के रवैए की आलोचना करते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा राम मंदिर के समाधान में अड़ंगे डालती रही। अब 500 साल की गुलामी के बाद संवैधानिक और न्याय की मर्यादा के पालन के साथ भव्य मंदिर बन रहा है तो कांग्रेस को परेशानी क्यों हो रही है। इस मामले में वह अपना रुख स्पष्ट करें। पूर्व केन्द्रीय मंत्री श्री प्रसाद ने कहा कि आजकल इंडी गठबंधन कहा हैं कुछ पता नहीं चलता। मीडिया की खबरों से यह जरूर पता चलता है कि गठबंधन के नेता आपस में लड़ रहा हैं और राज्यो के चुनाव में उनमें इस बात को लेकर विवाद चल रहा है को किसको कितनी सीटें मिलेंगी और मुख्यमंत्री कौन होगा।