चुनावी विसात – गिरिजा के भाजपा छोडने से बिगडेगा समीकरण
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संभावना भी है कि परिवार की बात से माने मनौवल हो सकती है
भोपाल। चुनावी साल में एक ओर जहां भाजपा अपनी तैयारियों को काफी तेज गति से आगे बढा रही है वहीं दूसरी ओर उसकी मुसीबतें भी कम नहीं हो रही हैं। पार्टी छोडने वालों का सिलसिला अभी जारी है। बता दें कि शिवपुरी के कोलारस से विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के बाद अब नर्मदापुरम से बीजेपी के पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने बीजेपी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। वे मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा के भाई हैं। वे भाजपा से दो बार विधायक रह चुके हैं।श्री शर्मा के इस कदम से नर्मदापुरम संभाग की सियासी हलचल तेज हो गई है। लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं। गिरिजाशंकर के इस कदम से उनकेभाई डा सीता शरण के चुनावी प्रयासों पर भी प्रभाव पड सकता है इससे इनकार नहीं किया जा सकता।
पूर्व विधायक शर्मा ने नर्मदापुरम स्थित एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से ज्यादा समय से पार्टी उनकी उपेक्षा हो रही है। संगठन में नए लोग आ गए हैं, जो पुराने लोगों को दरकिनार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुराने नेताओं की पूछ परख नहीं की जा रही। कई बार लगा कि संगठन से बातचीत की जाए, लेकिन संगठन में भी सुनने वाला कोई नहीं। इस्तीफे की खबर मिलते ही उनके घर पर शुभचिंतक मिलने पहुंचना शुरू हो गए।
आरोप – प्रदेश में बढ रहे बेरोजगार युवा
पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा ने कहा- प्रदेश में भाजपा सरकार पूरी तरह फेल रही है। यहां महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है। इंफ्रास्ट्रक्चर के मामले में ज्यादा अच्छा नहीं हुआ। गिरिजाशंकर शर्मा ने व्यापमं घोटाला, पटवारी भर्ती घोटाले को लेकर कहा- प्रदेश में बेरोजगार युवाओं की संख्या ज्यादा है। सरकार गिनी-चुनी भर्ती निकालती है। उसमें भी भ्रष्टाचार हो जाता है। हाल में पटवारी भर्ती में भी घोटाला हुआ। इस कारण युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा।