पांडे जी के करियर पर संकट, सेलेक्टर्स का बड़ा फैसला, टीम इंडिया में वापसी मुश्किल

टीम इंडिया के बाद अब पांडे जी को घरेलू क्रिकेट की टीम से भी बाहर कर दिया गया है. टीम इंडिया के सेलेक्टर्स के बाद अब उनकी घरेलू टीम कर्नाटक के सेलेक्टर्स ने भी उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया है. पांड जी से यहां मतलब मनीष पांडे से है. 35 साल के मनीष पांडे इस महीने के आखिर में शुरू हो रहे विजय हजारे ट्रॉफी में खेलते नहीं दिखेंगे. वो रणजी ट्रॉफी के दूसरे हाफ के मुकाबले भी नहीं खेलेंगे क्योंकि सेलेक्टर्स ने उन्हें उस टीम से भी बाहर कर दिया है.

युवाओं को मौका देने के लिए सेलेक्टर्स ने उठाया कदम

सवाल है कि क्या मनीष पांडे का क्रिकेट करियर खत्म होने वाला है? ये सवाल इसलिए भी गहराता दिख रहा है क्योंकि KSCA सेलेक्टर्स ने मनीष पांडे को बाहर करने की वजह युवाओं को मौका देने को बताया है. KSCA के चेयरमैन जे. अभिराम ने बताया कि मनीष पांडे को सभी फॉर्मेट से बाहर किया गया है. उन्होंने ये भी कहा कि 35 साल के क्रिकेटर को बाहर करने का फैसला अचानक नहीं लिया गया, बल्कि इस बारे में उनसे बात भी हुई है.

स्पोर्टस्टार से जे. अभिराम ने बताया कि मनीष पांडे बेहतरीन बल्लेबाज हैं. उनकी काबिलियत पर शक नहीं. लेकिन कुछ ऐसे मोड़ आते हैं जब आपको कठोर कदम उठाने पड़ते हैं. आपको युवाओं के लिए मौका बनाना पड़ता है. हमने इसी वजह से मनीष पांडे को बाहर करने का फैसला किया.

रणजी ट्रॉफी की टीम से भी बाहर हुए मनीष पांडे

मनीष पांडे, रणजी ट्रॉफी के मौजूदा सीजन में कर्नाटक के उप-कप्तान भी थे. लेकिन, अभिराम ने कन्फर्म किया कि वो रणजी ट्रॉफी की जब जनवरी से शुरुआत होगी मनीष पांडे वहां भी नहीं खेलेंगे. सेलेक्टर्स उनकी जगह युवा बल्लेबाज के वी अनीश को मौका देना चाहते हैं. अभिराम ने ये भी कहा कि ये अब पूरी तरह से युवा खिलाड़ियों पर है कि वो किस तरह से मिले मौकों का फायदा उठाते हैं.

टीम इंडिया के लिए 3 साल पहले खेला आखिरी मैच

मनीष पांडे ने 2007 में कर्नाटक के लिए डेब्यू किया था. उन्होंने कर्नाटक के लिए 118 फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं. टीम इंडिया के लिए भी मनीष पांडे ने 29 वनडे और 39 T20I खेले हैं. भारतीय टीम के लिए आखिरी मैच उन्होंने साल 2021 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज में कोलंबो में खेला था.

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